
यूक्रेन में जंग समाप्त करने की दिशा तलाशने के लिए सऊदी अरब ने अमेरिका और रूस के बीच पहली बैठक की मध्यस्थता की. इस बैठक का मकसद ये आम सहमति बनाना था कि दोनों मुल्क मिलकर किस तरह यूक्रेन में रूसी जंग पर विराम लगवा सकते हैं. बैठक समाप्त हो गई है और रूस-अमेरिका की तरफ से प्रतिक्रिया भी आई. रूस ने कहा कि ये कहना फिलहाल मुश्किल है कि जंग पर विराम लगाने की दिशा में दोनों मुल्क करीब आ रहे हैं.
सऊदी अरब की मध्यस्थता में चार घंटे चली बैठक में माना जा रहा था कि जल्द ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी द्विपक्षीय वार्ता का रास्ता साफ होगा, लेकिन बैठक में इसपर भी फिलहाल कोई सहमति नहीं बनी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रूसी प्रतिनिधि ने बताया कि पुतिन-ट्रंप की मीटिंग की तारीख बताना जल्दबाजी होगी.
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समझौते की बात करना अभी जल्दबाजी होगी!
रूसी प्रतिनिधि किरिल दिमित्रिव ने रॉयटर्स को बताया कि अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद समझौते की बात करना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को सुनना शुरू कर दिया है, एक-दूसरे के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार कर रहे हैं.
"ट्रंप ही रूस-यूक्रेन को सहमत करा सकते हैं"
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने वार्ता को लेकर कहा कि अमेरिका हत्या को रोकना चाहता है और दुनिया में अपनी ताकत का इस्तेमाल देशों को एक साथ लाने के लिए काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप दुनिया के एकमात्र नेता हैं जो यूक्रेन और रूस को जंग खत्म करने की बात पर सहमत करा सकते हैं.
अमेरिका और रूस में किन मुद्दों पर बनी सहमती?
अमेरिका की तरफ से टैमी ब्रूस ने बताया कि रूस के साथ इस इस बात पर सहमति बनी कि दोनों मुल्क द्विपक्षीय संबंधों में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए बातचीत का रास्ता तलाशेंगे. दोनों देशों में राजनयिक मिशनों को फिर से शुरू करने पर भी बातचीत होगी.
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अमेरिकी प्रतिनिधि ने बताया कि संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने को लेकर बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देश एक हाई-लेवल टीम का गठन करेंगे, जो स्थायी होगा और सभी पक्षों को स्वीकार्य होगा. आसान भाषा में कहें तो, इस टीम की जंग खत्म करने के लिए दिशा तलाशने, दोनों मुल्कों को सहमत करने और रूस-यूक्रेन के बीच समझौते पर स्वीकार्यता हासिल करने जैसी जिम्मेदारियां होंगी.
यूक्रेन जंग समाप्त होने के बाद अमेरिका और रूस आपस में किस तरह काम करेंगे, इसको लेकर वे जियोपालिटिकल मामलों और आर्थिक निवेश जैसे मुद्दों पर भी सहयोग स्थापित करेंगे. इनके अलावा बीच-बीच में दोनों मुल्क बातचीत की भी निगरानी करेंगे, जिससे यूक्रेन में जल्द शांति कायम की जा सके.