
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग चल रही है. रूस की सेना कई शहरों में बमबारी और गोलीबारी कर रही है. मिसाइलें दागी जा रही हैं तो रूसी टैंक भी अग्रिम मोर्चे पर हैं. दोनों देशों की सेना में जारी जंग के बीच बड़ी तादाद में भारतीय छात्र भी वहां फंसे हुए हैं. यूक्रेन के खारकीव से सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है लेकिन कई शहरों में अब भी भारतीय छात्र बड़ी तादाद में फंसे हुए हैं.
भारतीय छात्र यूक्रेन के जिन शहरों में बड़ी तादाद में फंसे हुए हैं, उन्हीं शहरों की सूची में शामिल है सूमी शहर का नाम भी. सूमी में फंसे भारतीय छात्रों के लिए राहत भरी खबर है. सूमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा है कि उन्हें निकालने के लिए हमारी टीम पोल्टावा शहर में तैनात है.
भारतीय दूतावास की ओर से छात्रों को शॉर्ट नोटिस पर निकलने के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास की ओर से कहा गया है कि सूमी में फंसे छात्रों को निकालने के लिए जल्द ही तारीख और समय बता दिया जाएगा. इससे पहले इंडियन वर्ल्ड फोरम ने यूक्रेन के रेडक्रॉस की सहायता से सूमी में फंसे भारतीय छात्रों तक मानवीय सहायता पहुंचवाई.
बताया जाता है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे भारतीय छात्रों तक रविवार को पानी के साथ ही अन्य जरूरी सामान मुहैया कराए गए. संगठन की ओर से कहा गया है कि सूमी में फंसे भारतीय छात्रों तक पानी और जरूरी सामान पहुंचवाए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि सूमी और यूक्रेन के अन्य शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से भी चिंता जताई गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि हम सूमी और अन्य शहरों में फंसे भारतीय छात्रों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, भारतीय छात्रों के एक दल के जान हथेली पर लेकर तिरंगे के साथ सूमी से रवाना होने की खबरें भी आई थीं.
बता दें कि भारत सरकार की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस स्वदेश लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य से विशेष फ्लाइट्स का संचालन किया जा रहा है. भारत सरकार ने इन देशों में चार केंद्रीय मंत्रियों को भी भेजा है.