
पिछले 15 महीनों से जारी रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में यूक्रेनी सांसद ओलेक्जेंडर मारिकोव्स्की को एक रूसी प्रतिनिधि को घूंसा मारते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो तुर्की की राजधानी अंकारा में गुरुवार को आयोजित एक सम्मेलन की बताई जा रही है.
तुर्की की सरकारी न्यूज एजेंसी Anadolu Agency के अनुसार, यह घटना गुरुवार को ब्लैक सी इकोनॉमिक कोऑपरेशन PABSEC) की संसदीय सभा की 61वीं महासभा के दौरान हुई. इस सम्मेलन में ब्लैक सी रीजन के देश आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक स्तर पर बहुपक्षीय और द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के मकसद से जुटे थे.
वायरल वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कीव पोस्ट के विशेष संवाददाता और राजनीतिक सलाहकार जेसन जे स्मार्ट ने पोस्ट किया. इस वीडियो को 52 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
वकील इब्राहिम जेदान ने वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, "वह (रूसी प्रतिनिधि) वास्तव में उस पंच के हकदार थे. रूस के प्रतिनिधि ने अंकारा में आयोजित सम्मेलन में यूक्रेनी सांसद से जबरन झंडा छीना."
यूक्रेनी झंडा छीनने का आरोप
वायरल वीडियो में रूसी प्रतिनिधि को यूक्रेनी सांसद के हाथों से यूक्रेन का झंडा छीनते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के सांसद मारिकोवस्की अपने देश का झंडा पकड़े हुए हैं. उसी दौरान रूसी प्रतिनिधि जबरन मारिकोवस्की से झंडा छीन लेते हैं. इस झंडा को रूसी सांसद से वापस लेने के लिए यूक्रेनी सांसद रूसी प्रतिनिधि को धक्का देकर घूंसा मार रहे हैं. इसी बीच सुरक्षाकर्मी बीच-बचाव कर दोनों को अलग कर रहे हैं.
दोनों देशों के बीच जारी है खूनी जंग
दो दिन पहले बुधवार को ही रूस ने बयान जारी करते हुए कहा था कि पुतिन की हत्या के प्रयास में क्रेमलिन पर ड्रोन से हमले किए गए. क्रेमलिन का कहना है कि नौ मई को विक्ट्री डे परेड से पहले हमले की कोशिश की गई है. हालांकि इस हमले में पुतिन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस ने यूक्रेन के खारसेन में जमकर बमबारी की है.
हालांकि यूक्रेन ने इस हमले से इनकार किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के प्रेस सचिव ने कहा था कि हमें क्रेमलिन पर किए गए इन तथाकथित हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है.