
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल पर ईरान के हमलों की निंदा की है. इससे पहले हमलों को लेकर उन्होंने जो प्रतिक्रिया दी थी, उससे नाराज होकर इजरायल ने उन्हें अपने देश में एंट्री पर पाबंदी लगा दी थी. अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए गुटेरेस ने कहा है कि मध्य पूर्व में "जैसे को तैसा वाली हिंसा के घातक चक्र" को रोकने का समय आ गया है.
गुटेरेस के इस बयान से पहले इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल कैट्ज ने ईरान की निंदा न करने के लिए गुटेरेस की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने महासचिव को 'गैर-जरूरी इंसान' और 'इजरायल विरोधी महासचिव' बताया था जो 'आतंकवादियों को समर्थन देता है.'
गुटेरेस ने क्या कहा था जिससे नाराज हुआ था इजरायल?
ईरान ने मंगलवार की रात को इजरायल पर करीब 200 मिसाइलों की बौछार कर दी थी. इस हमले के बाद गुटेरेस ने एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने बिना ईरान का नाम लिए मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि जल्द युद्धविराम किया जाना चाहिए.
अब यूएन महासचिव क्या बोले?
परिषद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि वो इजरायल पर ईरान के हमले की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा, 'जैसा कि कल मैंने कहा था, उससे साफ हो जाना चाहिए था कि मैं इजरायल पर ईरान के हमले की कड़ी निंदा करता हूं. विडंबना यह है कि ये हमले फिलिस्तीनी लोगों के हितों का समर्थन नहीं करते हैं, या उनकी पीड़ा को कम नहीं करते हैं.'
उन्होंने क्षेत्र में इजरायल की कार्रवाइयों की भी आलोचना की. गुटेरेस ने कहा कि गाजा में चल रहा सैन्य अभियान सबसे घातक और विनाशकारी सैन्य अभियान है और अब तक के कार्यकाल में उन्होंने ऐसा कुछ नहीं देखा.
'ऐसे व्यक्ति को इजरायल की धरती पर कदम रखने का हक नहीं'
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गुटेरेस के भाषण से पहले, कैट्ज ने एक बयान में कहा कि जो व्यक्ति इजरायल पर ईरान के जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, वो इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है.
उन्होंने कहा कि गुटेरेस ने पिछले महीने अक्टूबर में युद्ध की शुरुआत से ही इजरायल विरोधी नीति अपना रखी है.
7 अक्टूबर 2023 को फिलिस्तीनी संगठन हमास ने इजरायल पर अचानक हमला कर दिया था जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों बंधक बना लिए थे. इसके बाद इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाले गाजा पर हमले शुरू किए जो अब तक जारी है. हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमले के बाद से गाजा में इजरायली हमले में अब तक कुल 41,689 लोग मारे गए हैं.
हमास के समर्थन में यमन के हूती विद्रोही और लेबनानी समूह हिज्बुल्लाह भी इजरायल पर छिटपुट हमले कर रहे हैं. इजरायल ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ हाल में हमले तेज किए हैं जिसमें लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट शामिल है. इजरायल ने कुछ दिनों पहले हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की एक हवाई हमले में हत्या कर दी थी. लेबनान में इजरायली सेना जमीनी कार्रवाई भी कर रही है.
संघर्ष के बाद से ही संयुक्त राष्ट्र और इजरायल के बीच चल रही तनातनी
गाजा में इजरायल का हमला शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र और इजरायल के बीच लगातार तनातनी की स्थिति देखने को मिली है. फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम कर रही संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNRWA (United Nations Relief and Works Agency for Palestine Refugees in the Near East) की भूमिका को लेकर भी इजरायल संयुक्त राष्ट्र से नाराज रहा है. जनवरी में, इजरायल ने आरोप लगाया था कि एजेंसी के कई स्टाफ 7 अक्टूबर के हमलों में शामिल थे.
जवाब में, एजेंसी ने एक जांच शुरू की थी जिसके बाद इसके कई अंतरराष्ट्रीय वित्तदाताओं ने इससे समर्थन वापस ले लिया था, लेकिन बाद में इसे बहाल कर दिया गया. अगस्त में, हमलों में संभावित संलिप्तता के कारण नौ कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया था.
UNRWA ने गाजा में हवाई हमलों के लिए इजरायल की आलोचना भी की है, जिसमें उसके कर्मचारी मारे गए हैं.