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डोकलाम को लेकर भारत और चीन में पिछले करीब तीन महीने से लगातार जारी तनातनी के बीच संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से शांतिपूर्ण ढंग से इस गतिरोध को सुलझाने को कहा है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि भारत और चीन को डोकलाम विवाद को शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए हल करना चाहिए. डोकलाम विवाद को लेकर चीन की ओर से लगातार दी जा रही धमकी के बीच पहली संयुक्त राष्ट्र का यह बयान सामने आया है.
इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के दक्षिण सहयोग मामले के विशेष दूत जॉर्ज चेडीक ने कहा कि दोनों देशों के बीच सामान्य रिश्ते होने चाहिए. संघर्ष की बजाय सहयोग हमेशा बेहतर होता है. लिहाजा हम उम्मीद करते हैं कि दोनों देश अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएंगे. साथ ही इन देशों को लगातार एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए.
डोकलाम पर भिड़ंत के बाद भारत और चीन के बीच गहराए तनाव पर संयुक्त राष्ट्र लगातार निगरानी रख रहा है. इस विवाद के चलते लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के अन्य इलाकों पर भी हालात बिगड़े हैं. इसी का नतीजा रहा कि डोकलाम के बाद लद्दाख में भी भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच भिड़ंत देखने को मिली. जॉर्ज चेडीक ने कहा कि दो महान देशों के बीच इस तरह का तनाव अच्छा नहीं है.
इससे पहले चीन ने डोकलाम गतिरोध के जल्दी हल निकलने के गृह मंत्री राजनाथ सिंह की उम्मीद को खारिज करते हुए कहा था कि भारत को बिना शर्त अपनी सेना हटानी ही होगी. मालूम हो कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह उम्मीद जताई थी कि चीन इस मसले को हल करने के लिए कुछ 'सकारात्मक कदम' उठाएगा. उन्होंने कहा था कि डोकलाम गतिरोध का जल्दी ही कोई हल निकलेगा और भारत ने कभी भी किसी देश पर न तो कोई हमला किया है और न ही उसका कोई विस्तारवादी स्वभाव है.