
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली को संबोधित किया. अपने संबोधन में राष्ट्रपति बाइडेन ने आतंकवाद से लेकर अफगानिस्तान और तालिबान तक, लगभग हर पहलू पर बात की. चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका एक नया शीत युद्ध शुरू करना नहीं चाहता.
अपने संबोधन में करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान के लोगों का किस तरह समर्थन करना है, इसे लेकर एक प्रस्ताव अपनाया. तालिबान से उम्मीदों का जिक्र भी इस प्रस्ताव में है. बाइडेन ने कहा कि हम सभी को हिंसा और धमकी से मुक्त महिलाओं और लड़कियों के सपनों को पूरा करने के लिए उनके अधिकारों का समर्थन करना चाहिए.
यूएन की जनरल असेंबली में अपने संबोधन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ये भी कहा कि अमेरिका खुद के साथ ही अपने सहयोगियों की भी आतंक से रक्षा करना जारी रखेगा. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका अब वो देश नहीं है जिस पर 20 साल पहले 9/11 का हमला हुआ था. उन्होंने कहा कि हम आज प्रोपेगैंडा से निपटने के लिए अधिक संसाधनों से लैस हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम आतंकवाद के कड़वे दंश को जानते हैं. उन्होंने पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस जघन्य हमले में भी हमने 13 अमेरिकी सैनिकों और कई अफगान नागरिकों को खो दिया. बाइडेन ने साथ ही ये चेतावनी भी दे दी कि जो भी अमेरिका के खिलाफ आतंकी कार्रवाई करेंगे, उन दुश्मनों से हम मजबूती से निपटेंगे.