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ब्रिटेन की संसद में पहली बार इफ्तार का आयोजन, प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी की शिरकत

ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में पहली बार रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. जिसमें इमाम ने अरबी और अंग्रेजी में संबोधित किया. पीएम कीर स्टार्मर ने भी इस पार्टी में शिरकत की और कहा, ब्रिटिश मुस्लिम की उपलब्धियों का हमें जश्न मनाना चाहिए.

ब्रिटेन की संसद में पहली बार इफ्तार का आयोजन ब्रिटेन की संसद में पहली बार इफ्तार का आयोजन
सुबोध कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 12:35 AM IST

ब्रिटेन की संसद के निचले सदन 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में पहली बार रामजान के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. इफ्तार पार्टी में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी शिरकत की. इफ्तार पार्टी का आयोजन मंगलवार को ऑल-पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप ऑफ ब्रिटिश मुस्लिम द्वारा किया गया. आमूमन इफ्तार स्पीकर हाउस में हुआ करता था, लेकिन ऐसी पहली बार है कि यह हाउस ऑफ कॉमन्स में आयोजित किया गया. 

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आयोजन को संबोधित करते हुए पीएम स्टार्मर ने कहा, "ब्रिटेन के मुसलमान गाजा संघर्ष के कारण मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं. ब्रिटेन के मुसलमान हर समुदाय में योगदान देते हैं, जो कि हमें स्वीकार करना चाहिए. हमें इस कठिन समय में उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए".
 


विंडसर कैसल में पहली बार ओपन इफ्तार

2 मार्च 2025 को बर्कशायर काउंटी में स्थित शाही किले 'विंडसर कैसल' में पहली बार सार्वजनिक इफ्तार का आयोजन किया गया. एक हजार साल में पहली बार है कि इस ऐतिहासिक जगह पर ऐसा कार्यक्रम का आयोजन हुआ हो. 
 

लंदन में अवैध प्रवासियों का संकट

लीड्स-आधारित एज एनालिटिक्स के एक स्टडी के अनुसार, लंदन में अवैध प्रवासियों का संकट गहराता जा रहा है. लंदन में करीब 3,90,355 से 5,85,533 अवैध प्रवासी रह रहे हैं. ब्रिटेन में लगभग 10 लाख से अधिक अवैध प्रवासी रह रहे हैं, जिनमें से 60 फीसदी लंदन में हैं. 

 

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अवैध प्रवासियों को लेकर सुरक्षा और सार्वजनिक चिंता

हाल में अफ्रीका, मध्य-पूर्व और यूरोप से आए अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या ने ब्रिटेन में नए संकट को जन्म दिया है. सुरक्षा और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ रही हैं. 

यह भी पढ़ें: ब्रिटेन से संबंध मजबूत करना चाहता पाकिस्तान, वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ने से बचने की है कोशिश

ब्रिटेन में 2021-22 में आतंकवाद से जुड़े अपराधिक मामले में पकड़े गए लोगों में से 94 फीसदी पुरुष थे. 70 फीसदी अवैध प्रवासी जो इंग्लिश चैनल को पार करके ब्रिटेन आए, वे 18 साल से अधिक आयु के पुरुष थे. 

 


जेंडर इंक्वलिटी से कट्टरपंथ की संभावना के बारे में चिंताएं पैदा हो रही है. 2002 से 2021 तक ब्रिटेन में आतंकवाद से जुड़े मामलों में पकड़े गए विदेशी नागरिकों में सबसे ज्यादा अल्जीरिया, इराक, पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान, तुर्की, सोमालिया, भारत और श्रीलंका के निकले. 
 

ग्रूमिंग गैंग्स को लेकर सार्वजनिक चिंताएं

ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के मर्दों पर ग्रूमिंग के आरोप लग रहे हैं. जिसे लेकर जनता की चिंता बढ़ रही है. पाकिस्तानी मूल के समुदाय के लिए ब्रिटेन में मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. 
 

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