
अमेरिका ने कहा है कि वह अपने पड़ोसियों को धमकाने के चीन के रवैये से चितिंत है और उसकी हरकतों पर लगातार नजर रख रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासनिक तंत्र का कहना है कि उसकी नजर भारत चीन सीमा विवाद पर है और वह बारीकी से निगाह रखे हुए है.
अमेरिका के नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल के प्रवक्ता एमिली जे हार्ने ने कहा कि हम हालात पर लगातार निगाह बनाए हुए हैं, हमें भारत और चीन की सरकार के बीच चल रहे बातचीत की जानकारी है कि और हम प्रत्यक्ष संवाद में विश्वास रखते हैं ताकि सीमा विवाद का शांतिपूर्वक हल हो सके.
एमिली जे हार्ने उस सवाल का जवाब दे रहे थे जब उनसे चीन द्वारा हाल ही में भारतीय भूभाग में घुसपैठ करने को लेकर सवाल पूछा गया था. इस बाबत एमिली जे हार्ने ने कहा, "अमेरिका अपने पड़ोसियों को धमकाने के बीजिंग के पैटर्न से चिंतित है."
उन्होंने कहा कि हम अपने दोस्तों, साझेदारों और सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे ताकि हम साझी समृद्धि, सुरक्षा और मानवीय मूल्यों का भारत-प्रशांत क्षेत्र में संवर्धन करते रहे.
बता दें कि भारत चीन के तनाव पर ये बाइडेन प्रशासन की पहली प्रतिक्रिया है.
बता दें कि हाल ही में सिक्किम में चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी, लेकिन सजग भारतीय सेना के जवानों ने चीन की इस कोशिश को नाकाम कर दिया था. चीन ऐसी हरकत कभी अरुणाचल प्रदेश, तो कभी लद्दाख तो कभी सिक्किम में करता रहता है.
हाल ही में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा था कि भारत ने वास्तविक सीमा रेखा (LAC) पर अपनी सेनाओं की मौजूदगी बढ़ा दी है. उन्होंने संसद में कहा था, "हमारी सरकार देश के हितों की रक्षा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित और सजग है, भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए LAC पर अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए गए हैं.