
अमेरिका में बुधवार को नई सरकार का गठन होने जा रहा है. जो बाइडन आज राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. साथ ही कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी. भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे जो बाइडेन और कमला हैरिस को शपथ दिलाई जाएगी. शपथ ग्रहण समारोह के लिए वॉशिंगटन डीसी में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. पहली बार 25 हजार अमेरिकी सैनिकों की तैनाती वॉशिंगटन में होने जा रही है.
6 जनवरी को अमेरिकी संसद में जो कुछ भी हुआ उसने अमेरिका के लोकतंत्र को कलंकित कर दिया. उस घटना पर रिपब्लिकन शर्मसार नहीं हैं, उलटे ट्रंप के समर्थक जो बाइडेन की शपथ से पहले पूरे अमेरिका में जगह-जगह हंगामा करने की फिराक में हैं. ये बात अमेरिका की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी एफबीआई कह रही है. तभी वॉशिंगटन डीसी को अभेद्य दुर्ग में तब्दील किया जा रहा है.
बदला गया समारोह का ढांचा
ट्रंप समर्थकों के हंगामे की आशंका को देखते हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह का पूरा ढांचा बदला जा रहा है. जो बाइडेन और कमला हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन पर ही कैंची चल गई है. जो बाइडेन की टीम ने अमेरिकियों से राजधानी में आने से बचने की सलाह दी है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों को घर बैठकर टीवी पर शपथ ग्रहण समारोह देखने की अपील की गई है. यही नहीं शपथ ग्रहण के लिए परेड मार्ग के साथ बनाए गए व्यूइंग स्टैंड को नीचे ले जाया गया है. वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जो बाइडेन और कमला हैरिस कैपिटल हिल के सामने शपथ लेंगे.
समारोह में सामने बैठे होंगे 200 लोग
शपथ ग्रहण समारोह में करीब 200 लोग सामने बैठे होंगे. पहले राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में 2 लाख टिकट दिए जाते थे. लेकिन इस बार कोविड-19 को देखते हुए सिर्फ 1 हजार टिकटों का इंतजाम किया गया है. अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में पेन्सिल्वेनिया एवेन्यू से व्हाइट हाउस तक सैनिकों की परेड होती थी, लेकिन इस बार ये परेड पूरे अमेरिका में वर्चुअल रूप में होगी.
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बजेंगे बैंड और ड्रम
राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके जीवनसाथियों को सैनिक व्हाइट हाउस ले जाएंगे. नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के स्वागत में सेना के बैंड और ड्रम भी बजाए जाएंगे. जो बाइडेन और कमला हैरिस के शपथ पर ट्रंप समर्थकों की हिंसा की आशंकाओं की छाया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि ये कार्यक्रम रंगारंग नहीं होगा.
इस मौके पर जो बाइडेन की समर्थक और पॉप स्टार लेडी गागा राष्ट्रगीत गाएंगी. जबकि गायिका और अभिनेत्री जेनिफर लोपेज म्यूजिकल परफॉर्मेंस देंगी. बाइडेन की शपथ के बाद अभिनेता टॉम हैंक्स 90 मिनट की टेलीविजन प्रस्तुति देंगे. अमेरिका के तमाम चैनल्स में बाइडेन की शपथ का सीधा प्रसारण होगा.
तैयार हो रहा पारंपरिक कोलम
जो बाइडेन और कमला हैरिस के स्वागत के लिए तमिल मूल की महिलाएं पारंपरिक कोलम तैयार कर रही हैं. तमिलनाडु में कोलम की कलाकृति हर शुभ अवसर बनाई जाती है. ये तैयारी इस वजह से हो रही है कि उपराष्ट्रपति की शपथ ग्रहण कर रहीं कमला हैरिस भी तमिल मूल की हैं.
जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में बहुत कुछ ऐसा होगा, जो पहले नहीं हुआ था. डोनाल्ड ट्रंप की जिस तरह से व्हाइट हाउस से विदाई होने जा रही है, वो भी अभूतपूर्व है. ट्रंप अभी भी अपनी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं. ट्रंप अपनी हार और जो बाइडेन की जीत से इतने दुखी हैं कि वो राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल भी नहीं होंगे. यही नहीं ट्रंप अपना विदाई भाषण भी नहीं देंगे. उनकी जगह उपराष्ट्रपति माइक पेंस विदाई भाषण देंगे.
हिंसा का अलर्ट
वहीं, सुरक्षा के लिहाज से व्हाइट हाउस की किलेबंदी कर दी गई है. व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए तीन लेयर बनाई जा रही है. अमेरिकी संसद भवन कैपिटल हिल और उसके आसपास के इलाके, पेंसिल्वेनिया एवेन्यू और व्हाइट हाउस को आम जनता की पहुंच से दूर किया जा रहा है. व्हाइट हाउस के बाहर 8 फीट ऊंचे लोहे के बैरिकेड लगाए गए हैं. वॉशिंगटन डीसी में नेशनल मॉल को बंद कर दिया गया है. पूरा शहर हाई अलर्ट पर है.
कैपिटल बिल्डिंग जो अभी तक सार्वजनिक जगहों में शामिल थी, उसके आसपास सुरक्षा बलों का पहरा लगा हुआ है. जो बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति की शपथ लेने वाले हैं, उसके पहले ही वॉशिंगटन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वॉशिंगटन में सुरक्षा के लिए 25 हजार नेशनल गार्ड्स की तैनाती हो रही है.
इसके अलावा हजारों पुलिस अफसरों की भी तैनाती की जा रही है. नेशनल गार्ड्स को संभावित खतरों को भांपने की ट्रेनिंग दी गई है. पेंटागन ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए नेशनल गार्ड्स के 15 हजार सैनिकों की तैनाती की इजाजत दे दी है. 6,200 सैनिक पहले से वॉशिंगटन में तैनात थे. 7,000 से ज्यादा सैनिक दूसरे राज्यों से आ चुके हैं. शपथ ग्रहण के दिन 5 हजार सैनिक दंगा विरोधी उपकरण और हथियारों से लैस होंगे.
हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
6 जनवरी को हुई हिंसा को देखते हुए अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. एफबीआई ने चेतावनी दी है कि 20 जनवरी को बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप समर्थक एक बार फिर हंगामा कर सकते हैं. एफबीआई ने अपनी चेतावनी में कहा है कि बाइडेन के शपथ ग्रहण से पहले पूरे अमेरिका में हथियारबंद प्रदर्शन हो सकते हैं.
ट्रंप समर्थकों के हथियारबंद समूह 50 राज्यों की राजधानी और वाशिंगटन में जुटने की योजना बना रहे हैं. बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में हिंसा की आशंका को देखते हुए राजधानी वॉशिंगटन में 24 जनवरी तक इमरजेंसी लगा दी गई है. वॉशिंगटन डीसी ही नहीं अमेरिका के सभी 50 राज्यों की राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
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