
अमेरिका 200 सैन्य टुकड़ियां सऊदी अरब में भेजेगा. इसका ऐलान अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने किया. सैन्य टुकड़ियां सऊदी अरब की सुरक्षा में पैट्रियट मिसाइलों के साथ तैनात होंगी. सऊदी अरब के दो तेल प्रतिष्ठानों पर हमले के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत महसूस करते हुए यह कदम उठाया गया है.
पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने कहा कि इस तैनाती से किंगडम के संवेदनशील सैन्य एवं नागिरक संस्थानों की हवाई और मिसाइल सुरक्षा बढ़ेगी. रक्षा विभाग ने कहा कि तैनाती में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की एक बैटरी शामिल होगी, साथ ही एयर और मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चार राडार तैनात होंगे.
जोनाथन हॉफमैन ने कहा कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये कदम क्षेत्रीय भागीदारों और मिडल ईस्ट में सुरक्षा और स्थिरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. बता दें कि 14 सितंबर को सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के अबकैक और खुराइस स्थित तेल कुओं पर ड्रोन हमला हुआ था.
इस हमले के लिए अमेरिका ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया था. पेंटागन प्रमुख ने कहा था कि जून में अमेरिकी स्पाई ड्रोन पर हमला, ब्रिटेन के तल टैंकर को जब्त किया जाना और सऊदी के दो प्रतिष्ठानों पर हमला नाटकीय रूप से ईरान की बढ़ी हुए आक्रमकता को दिखाता है.
सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर हमले के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा था कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के आग्रह पर अमेरिका खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सुरक्षा बल भेजेगा.