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'गाड़ी-बंगला-याट...' चीनी कारोबारी ने फॉलोअर्स से 1 अरब डॉलर ठगकर क्या-क्या खरीदा?

अमेरिकी सरकार का आरोप है कि गुओ ने लंबे समय से वित्तीय सलाहकार रहे किन मिंग जे के साथ मिलकर 2018 से लगातार हजारों ऑनलाइन फॉलोअर्स को चूना लगाया है.  गुओ को बुधवार को गिरफ्तार कर मैनहट्टन फेडरल कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. 

चीन के निर्वासित कारोबारी गुओ वेंगुई चीन के निर्वासित कारोबारी गुओ वेंगुई
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST

चीन के एक निर्वासित कारोबारी गुओ वेंगुई (Guo Wengui) को हजारों ऑनलाइन फॉलोअर्स से एक अरब डॉलर की ठगी करने के मामले में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है. गुओ को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार स्टीव बैनन का करीबी माना जाता है. 

अमेरिकी सरकार का आरोप है कि गुओ ने लंबे समय से वित्तीय सलाहकार रहे किन मिंग जे के साथ मिलकर 2018 से लगातार हजारों ऑनलाइन फॉलोअर्स को चूना लगाया है. इन ऑनलाइन फॉलोअर्स से निवेश रिटर्न का वादा किया गया था लेकिन उनके पैसे को कारोबारी ने अपनी और परिवार की महंगी जरूरतों पर खर्च दिया.

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आरोप है कि गुओ ने इन पैसों से 3.7 करोड़ डॉलर की याट, न्यूजर्सी में 50,000 वर्गफुट क्षेत्र में फैली प्रॉपर्टी, बेटे के लिए 35 लाख डॉलर की फेरारी कार, 62000 डॉलर का टीवी और 36000 डॉलर के दो गद्दे खरीदे. 

मैनहट्टन में अमेरिकी अटॉर्नी डैमियन विलियम्स ने जारी बयान में कहा कि गुओ (52) के खिलाफ सिक्योरिटी फ्रॉड, वायर फ्रॉड और पैसों के गबन सहित 11 आपराधिक मामले हैं. 

गुओ को बुधवार को गिरफ्तार कर मैनहट्टन फेडरल कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. 

ट्रंप के सलाहकार बैनन के हैं सहयोगी

गुओ वेंगुई अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार स्टीव बैनन के सहयोगी रहे हैं. बैनन को अगस्त 2020 में धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन ट्रंप ने अपनी कार्यकाल के आखिरी कुछ ही घंटों में बैनन को माफी दे दी थी. बैनन को हालांकि गुओ के आपराधिक मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है.

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अमेरिकी न्याय विभाग का कहना है कि उसने 21 बैंक खातों से गुओ की कथित धोखाधड़ी से जुटाए गए 63.4 करोड़ डॉलर जब्त कर लिए हैं. गुओ की संपत्तियों को भी सीज कर दिया गया है. 

चीन की जिनपिंग सरकार के कट्टर आलोचक

गुओ को चीन की शी जिनपिंग सरकार का कट्टर आलोचक माना जाता है. उन्होंने जिनपिंग सरकार के तहत 2014 में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दौरान ही देश छोड़ दिया था. उन पर चीन में रिश्वत लेने और मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई मामले दर्ज हैं. 

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