Advertisement

'दोनों की एक जैसी मानसिकता', US की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने की बाइडेन और हिटलर की तुलना

अमेरिका की पहली हिंदू सांसद रहीं तुलसी गबार्ड ने हिटलर और बाइडेन की तुलना की है. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की एक जैसी मानसिकता है, जो सत्तावादी व्यवहार की सही ठहराने की कोशिश करते हैं. तुलसी गबार्ड ने बीते हफ्ते ही डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी थी.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फाइल फोटो) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST

अमेरिका की पहली हिंदू सांसद रहीं तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन की तुलना एडॉल्फ हिटलर से की है. 41 साल की गबार्ड बीते साल ही प्रतिनिधि सभा से रिटायर हुई थीं. उन्होंने 8 नवंबर को होने वाले मध्यावधि चुनाव प्रचार के दौरान ये टिप्पणी की है. 

द डेली बीस्ट के अनुसार, रविवार को मैनचेस्टर के बाहर शहर में एक बोल्डुक टाउन हॉल कार्यक्रम में बोलते हुए तुलसी गबार्ड ने कहा कि बाइडेन और हिटलर दोनों नेताओं की एक जैसी मानसिकता है. दोनों ही नेताओं ने सत्तावादी व्यवहार को सही ठहराने की कोशिश की. बाइडेन की नाजी नेता हिटलर से तुलना करते हुए तुलसी ने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि ये दोनों ही नेता मानते हैं कि वे वही कर रहे हैं जो देश के लिए सबसे अच्छा है. 

Advertisement

उन्होंने कहा कि यहां तक ​​कि हिटलर ने भी सोचा था कि वह वही कर रहा है जो जर्मनी के लिए सबसे अच्छा है, है ना?  इसके लिए उसने अपने लक्ष्य को पूरा करने के साधनों को सही ठहराने का एक तरीका खोजा. बाइडेन के एक बयान का हवाला देते हुए तुलसी गबार्ड ने कहा कि राष्ट्रपति ने फिलाडेल्फिया में अपने भाषण में कहा था कि जिन्होंने (डोनाल्ड) ट्रम्प का समर्थन किया, जिन्होंने वोट नहीं दिया वह चरमपंथी हैं और हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं.  

सितंबर में फिलाडेल्फिया के इंडिपेंडेंस हॉल में अपने भाषण के दौरान बाइडेन ने कहा कि जब लोगों ने ट्रम्प को वोट दिया तो वो कैपिटल पर हमला करने के लिए मतदान नहीं कर रहे थे. वे चुनाव को रद्द करने के लिए मतदान नहीं कर रहे थे. वे उस दर्शन के लिए मतदान कर रहे थे जिसे उन्होंने आगे रखा था. 

Advertisement

मध्यावधि चुनाव से पहले पार्टी छोड़ी पार्टी 

गौर करने वाली बात है कि तुलसी गबार्ड ने अगले महीने होने वाले महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी. पार्टी छोड़ते वक्त उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, 'आज के डेमोक्रेट विश्वास और आध्यात्मिकता के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं.' 

विदेश नीति के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेदार 

राष्ट्रपति जो बाइडेन की तीखी आलोचक गबार्ड ने देश में विभाजन की 'आग की लपटों में ईंधन डालने' के लिए उन्हें लताड़ा. उन्होंने बाइडेन की विफल विदेश नीति पर हमला बोला और यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा की. उन्होंने कहा, 'मैं एक ऐसी सरकार में विश्वास करती हूं जो लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए हो. दुर्भाग्य से, आज की डेमोक्रेटिक पार्टी ऐसा नहीं करती है. इसके बजाय, यह एक शक्तिशाली अभिजात वर्ग की सरकार के लिए खड़ी है.' 

2013 में पहली बार चुनी गईं तुलसी 

बता दें कि गबार्ड 2013 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए हवाई से चुनी जाने वाली पहली हिंदू थीं और बाद में उन्हें लगातार चार बार चुना गया. गबार्ड ने कहा, फिलहाल जो डेमोक्रेटिक पार्टी है वो कुछ एलीट लोगों के कंट्रोल में है. ये जंग की बातें करते हैं. श्वेत-विरोधी नस्लवाद को भड़काते हैं. अगर इस पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो मेरी तरह सोचते हैं तो उन्हें भी फौरन यह पार्टी छोड़ देनी चाहिए. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement