
अमेरिका में इस साल नवंबर में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट (Presidential Debate) हुई. अटलांटा में हुई 90 मिनट की इस डिबेट को CNN ने आयोजित कराया था.
आमतौर पर राष्ट्रपति चुनाव से पहले सितंबर के आसपास होने वाली ये पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट कई महीने पहले हुई. इस डिबेट में इजरायल-हमास जंग से लेकर, रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन से अमेरिका के संबंधों, अबॉर्शन, गन वायलेंस, टैक्स, महंगाई, बेरोजगारी, क्लाइमेट चेंज और अवैध प्रवासियों जैसे मुद्दों पर तीखी बहस हुई.
बाइडेन और ट्रंप ने नहीं मिलाया हाथ
इस प्रेसिडेंशियल डिबेट की शुरुआत में जैसे ही दोनों नेता स्टेज पर पहुंचे. उन्होंने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया. बाइडेन ने ट्रंप को हेल्लो कहा लेकिन ट्रंप ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इस डिबेट की शुरुआत अमेरिका में बढ़ रही महंगाई के मुद्दे से हुई. बाइडेन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उन्हें ऐसी अर्थव्यवस्था मिली, जो खस्ताहाल थी. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने बड़े पैमाने पर रोजगारों का सृजन किया और बढ़ती दवाइयों की कीमतों पर लगाम लगाई. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि बाइडेन सरकार में अमेरिका में बड़ी तादाद में अवैध प्रवासी पहुंचे हैं.
ट्रंप ने बाइडेन सरकार के पहले साल में ही अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की रवानगी पर उन्हें जमकर घेरा. ट्रंप ने कहा कि बाइडेन के कार्यकाल में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना का निकलना शर्मनाक था. हम अफगानिस्तान में कई अरब डॉलर की सैन्य सामग्री और हथियार छोड़कर आए हैं. हमारे सैनिक वहां मारे गए हैं.
मेरा बेटा लूजर नहीं आप लूजर हैं...
ट्रंप और बाइडेन के बीच ये बहस लगातार तीखी होती जा रही है. ट्रंप ने जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन के आपराधिक मामले में दोषी पाए जाने पर उन पर निशाना साधा. लेकिन इस पर भड़कते हुए राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि मेरा बेटा लूजर या sucker नहीं है बल्कि आप लूजर हैं.
गर्भपात अधिकारों पर भिड़े ट्रंप और बाइडेन
दोनों नेताओं के बीच गर्भपात के अधिकारों को लेकर भी तीखी बहस हुई. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में गर्भपात के अधिकारों को पलट देने का फैसला बेहतरीन था. जबकि बाइडेन ने इसे भयावह और शर्मनाक बताया.
ये बाइडेन माइग्रेंट क्राइम है
ट्रंप ने कहा कि बाइडेन अपने कार्यकाल में देश की सीमाओं की सुरक्षा करने में असफल रहे हैं. देश की दक्षिणी सीमाओं से हर महीने बड़ी तादाद में प्रवासी और अपराधी देश में दाखिल हो रहे हैं. मैं इसे बाइडेन माइग्रेंट क्राइम कहता हूं. इसके जवाब में बाइडेन ने कहा कि ट्रंप बातों को बढा़-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं. वह झूठे हैं और झूठ बोल रहे हैं.
चीन से मिलते हैं पैसे... ट्रंप का बाइडेन पर आरोप
अमेरिका में बीते कुछ सालों में बढ़ी नशाखोरी पर भी दोनों नेताओं के रुख आक्रामक रहे. इससे जुड़े सवाल पर ट्रंप ने बाइडेन पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि बाइडेन के कार्यकाल में हमें काफी नुकसान पहुंचा है. देश में नशाखोरी को बढ़ाने के लिए बाइडेन को चीन से पैसे मिलते हैं. बाइडेन दरअसल मंचूरियन कैंडिडेट हैं. चीन लगातार हमें कमजोर कर रहा है लेकिन बाइडेन हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं.
ट्रंप ने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल के दौरान सीमापार से देश में होने वाली ड्रग्स की सप्लाई पर सख्ती की थी. नशीले पदार्थों की तस्करी में गिरावट भी दर्ज की गई थी लेकिन बाइडेन के कार्यकाल में ये फिर से बढ़ गई.
राष्ट्रपति बना तो रूस-यूक्रेन जंग रुकवा दूंगा....
रूस और यूक्रेन युद्ध से जुड़े सवाल पर ट्रंप ने कहा कि बाइडेन ने इस जंग को रोकने के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने बल्कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने के लिए उकसाया. बाइडेन अब तक के सबसे खराब चीफ कमांडर हैं. उनकी तुलना में अमेरिकी सैनिक मुझे ज्यादा पसंद करते हैं. अगर अमेरिका के पास ऐसा राष्ट्रपति होता, जिसका पुतिन सम्मान करते तो वह कभी यूक्रेन पर धावा नहीं बोलते. ऐसे में हमास भी इजरायल पर हमला नहीं करता. मैं राष्ट्रपति चुना गया तो पद संभालने से पहले ही रूस-यूक्रेन जंग खत्म करवा दूंगा.
क्या होती है US प्रेसिडेंशियल डिबेट?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले दोनों प्रमुख कैंडिडेट्स के बीच अहम मुद्दों पर डिबेट कराने का प्रावधान है. इसी डिबेट के आधार पर वोटर्स उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं. इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है. चुनाव से पहले इस तरह की दो डिबेट कराई जाती है.
डिबेट को लेकर होता है टॉस?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट सीएनएन करा रहा है. 90 मिनट की इस लाइव डिबेट के दौरान कोई ऑडियंस नहीं है. स्टूडियो में हो रही डिबेट को दो एंकर आयोजित करा रहे हैं. डिबेट के दौरान कौन किस तरफ खड़ा होगा, इसके लिए बकायदा टॉस होता है. टॉस जीतने वाले कैंडिडेट को दो में एक विकल्प चुनना होता है कि वह या तो डिबेट में खड़े होने के लिए अपनी पसंद की साइड चुन सकता है या फिर क्लोजिंग रिमार्क्स दे सकता है.