
अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की बेरहमी से हत्या के मामले में अदालत ने मिनियापोलिस के पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को दोषी माना है. वाशिंगटन की हेनेपिन काउंटी कोर्ट की ज्यूरी ने पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को गैर-इरादतन हत्या, हत्या और निर्मम हत्या का दोषी माना है.
सात महिलाओं और पांच पुरुषों की ज्यूरी ने दो दिन से कम समय अपना फैसला सुनाया. पूरे मामले की सुनवाई करीब 3 हफ्ते तक चली. ज्यूरी ने सर्वसम्मति से पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को तीनों आरोपों में दोषी पाया गया. उसे कई सालों की सजा हो सकती है. हालांकि, अभी सजा पर बहस होना बाकी है.
डेरेक चाउविन को जिन तीन आरोपों में दोषी पाया गया है, उसमें दूसरे दर्जे की गैर-इरादतन हत्या, तीसरे दर्जे की हत्या और दूसरे दर्जे की निर्मम हत्या है. दूसरे दर्जे की गैर-इरादतन हत्या में अधिकतम 40 साल की सजा, तीसरे दर्जे की हत्या में 25 साल की सजा और दूसरे दर्जे की निर्मम हत्या में 10 साल की सजा या 20 हजार डॉलर जुर्माने का प्रावधान है.
फैसले का बाइडेन ने किया स्वागत
इस फैसले का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'यह फैसला जॉर्ज को वापस तो नहीं ला सकता, लेकिन इससे हमें पता चलेगा कि हम आगे क्या कर सकते हैं, उसके आखिरी शब्द थे- I can’t breathe (मैं सांस नहीं ले सकता) हम इन शब्दों को मरने नहीं दे सकते, हमें इन्हें सुनना होगा, हम इससे भाग नहीं सकते.'
क्या है पूरा मामला
पिछले साल 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड अमेरिकी पुलिसकर्मी डेरेक चाउविन की क्रूरता का शिकार हुए थे. डेरेक ने प्रदर्शन कर रहे जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन पर इतनी जोर से पैर रखा था कि उनकी जान ही चली गई. इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे अमेरिका में प्रदर्शन शुरू हो गया. Blacklivesmatter अभियान की शुरुआत हुई.
देखते ही देखते हुए Blacklivesmatter अभियान पूरी दुनिया में लंबे विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया. लोग जॉर्ज फ्लॉयड को इंसाफ दिलाने के लिए सड़कों पर उतर आए. बाद में अमेरिकी पुलिस को अपनी गलती का एहसास हुआ और पुलिस फोर्स ने घुटनों पर बैठकर लोगों से माफी मांगी थी.