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जज ने ट्रंप के खिलाफ सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स केस को किया खारिज, एक महीने के भीतर दूसरी बड़ी राहत

93 पन्नों के अपने फैसले में जिला न्यायाधीश एलीन कैनन ने कहा कि स्पेशल वकील जैक स्मिथ की नियुक्ति ने संविधान का उल्लंघन किया है. उन्होंने इस बात पर कोई फैसला नहीं दिया कि ट्रंप द्वारा क्लासिफाइड दस्तावेजों को अवैध रूप से रखा गया था या नहीं.

Donald Trump (Photo: PTI) Donald Trump (Photo: PTI)
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 15 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 9:03 PM IST

एक अमेरिकी जज ने सोमवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अवैध रूप से क्लासिफाइड दस्तावेजों को रखने का आरोप लगाने वाले क्रिमिनल केस को खारिज कर दिया. रिपब्लिकन कैंडिडेट के रूप में राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल ट्रंप के लिए इसे एक बड़ी कानूनी जीत के रूप में देखा जा रहा है.

फ्लोरिडा में डिस्ट्रिक्ट जज एलीन कैनन, जिन्हें ट्रंप ने ही नियुक्त किया था, ने फैसला सुनाया कि स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ, जो इस अभियोजन का नेतृत्व कर रहे हैं, को गैरकानूनी तरीके से इस रोल के लिए नियुक्त किया गया था और उनके पास केस लड़ने का कोई अधिकार नहीं है.

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93 पन्नों के अपने फैसले में जिला न्यायाधीश एलीन कैनन ने कहा कि जैक स्मिथ की नियुक्ति ने संविधान का उल्लंघन किया है. उन्होंने इस बात पर कोई फैसला नहीं दिया कि ट्रंप द्वारा क्लासिफाइड दस्तावेजों को अवैध रूप से रखा गया था या नहीं.

एक महीने के भीतर दूसरी बड़ी राहत

इसे ट्रंप के लिए एक महीने के भीतर दूसरी बड़ी कानूनी राहत के रूप में देखा जा रहा है. इससे पहले 1 जुलाई को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप को बड़ी राहत देते हुए एक ऐतिहासिक फैसले में कहा था कि राष्ट्रपति रहते हुए लिए गए कई फैसलों या कृत्यों के लिए उन पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती है.

डोनाल्ड ट्रंप पर राष्ट्रपति रहते हुए 2020 के चुनाव नतीजों को पलटने की साजिश रचने का आरोप था, जब उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया था. इसे लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ था.

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क्या है पूरा मामला?

2022 में डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार ए लागो रिसॉर्ट पर एफबीआई ने रेड डाली दी थी. इस दौरान करीब 11000 दस्तावेज सीज किए गए थे. इनमें करीब 100 क्लासिफाइड दस्तावेज थे. इनमें से कुछ टॉप सीक्रेट बताए गए थे. इतना ही नहीं जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि उन्हें ट्रंप की एक रिकॉर्डिंग मिली है, जिसमें उन्होंने जनवरी 2021 में व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद क्लासिफाइड दस्तावेज रखने की बात स्वीकार की थी. 

अमेरिका में राष्ट्रपति समेत किसी भी अधिकारी द्वारा अनधिकृत स्थान पर क्लासिफाइड दस्तावेज रखना अमेरिकी कानून के खिलाफ है. ऐसे में ट्रंप पर सरकारी सीक्रेट को अवैध रूप से रखने, न्याय में बाधा डालने और साजिश रचने का भी आरोप है.

क्या होते हैं क्लासिफाइड दस्तावेज?

द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, गोपनीय दस्तावेज (Classified documents) उन्हें कहा जाता है, जिनमें संवेदनशील जानकारी हो और इनके सबके सामने आने से अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेशी संबंधों को नुकसान पहुंचने के खतरे की आशंका रहती है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद से अमेरिका में इस तरह से गोपनीय दस्तावेज संरक्षित किए जा रहे हैं. 

गोपनीय जानकारी में कागजी दस्तावेज, ईमेल, फोटोग्राफ, मानचित्र, चित्र, डेटाबेस और हार्ड ड्राइव शामिल हो सकते हैं. माध्यम चाहे जो भी हो, लेकिन ये जानकारी अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी अहम मानी जाती है. इन दस्तावेजों तक सिर्फ अधिकृत अधिकारियों की पहुंच होती है. अमेरिका में इन्हें तीन श्रेणियों में रखा गया है.

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