
अमेरिका में पुलिस की तेज रफ्तार गाड़ी से 23 वर्षीय भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडुला की मौत और फिर उसका वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. वीडियो में एक्सीडेंट की जांच करने आए अधिकारी को जाह्नवी की मौत पर हंसते हुए देखा गया है जिसे लेकर लोगों में भारी गुस्सा है. यूएस में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है. राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया है और भारत सरकार को मामले की तुरंत जांच का आश्वासन दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजदूत ने इस मुद्दे को सिएटल और वॉशिंगटन में अधिकारियों के सामने उठाया. जिसके बाद माना जा रहा है कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें और भारत सरकार को आश्वासन दिया है कि पूरी घटना को उन्होंने बहुत गंभीरता से लिया है. घटना को लेकर अधिकारियों ने हैरानी जताते हुए कहा कि यह बेहद डरावना है. उन्होंने कहा कि वो जवाबदेही तय करने के लिए जांच पर नजर बनाए हुए हैं.
इससे पहले सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने वीडियो को 'बेहद परेशान करने वाला' बताया था. वाणिज्य दूतावास ने कहा कि उन्होंने इस मामले को सिएटल और वाशिंगटन डीसी के अधिकारियों के सामने उठाया है.
महावाणिज्य दूतावास ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट में लिखा, 'जनवरी में सिएटल में एक सड़क दुर्घटना में जाह्नवी कंडुला की मौत से जुड़ा वीडियो और हालिया रिपोर्टें बेहद परेशान करने वाली हैं. हमने इस दुखद मामले में शामिल लोगों के खिलाफ जांच और कार्रवाई के लिए सिएटल और वॉशिंगटन के स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ वॉशिंगटन डीसी के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है. वाणिज्य दूतावास और दूतावास इस मामले पर सभी संबंधित अधिकारियों से संपर्क बनाए रखेंगे.'
कैसे हुई थी जाह्नवी कंडुला की मौत?
जाह्नवी की मौत इसी साल 23 जनवरी को पुलिस की तेज रफ्तार गाड़ी की चपेट में आ जाने से हुई थी. पुलिस अधिकारी केविन डेव एक ओवरडोज कॉल को लेकर बेहद तेज रफ्तार गाड़ी चलाकर जा रहे थे. गाड़ी की रफ्तार 119 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी. सिएटल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, डैनियल ऑडरर, जो सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के उपाध्यक्ष हैं, एक्सीडेंट के बाद उन्हें इस बात का मूल्यांकन करने के लिए नियुक्त किया गया था कि डेव विकलांग थे या नहीं.
कंडुला के एक्सीडेंट की जांच करने पहुंचे डैनियल ने मामले की रिपोर्ट करने के लिए सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के अध्यक्ष माइक सोलन को फोन किया और उस दौरान अपने शरीर पर पहना बॉडीकैमरा ऑन रखा.
सोमवार को पुलिस विभाग ने एक वीडियो फुटेज जारी किया है जिसमें डैनियल को कॉल पर हंसते हुए देखा जा सकता है. वो अपने सीनियर से बात करने के दौरान कहते दिख रहे हैं कि कंडुला के जीवन की कीमत बहुत ज्यादा नहीं थी और इस मौत के लिए उनके परिवार को बस एक चेक देने से काम बन जाएगा. डैनियल वीडियो में कंडुला की गलत उम्र बताते हुए कह रहे हैं, 'इसके लिए शहर को बस एक चेक देना होगा...ग्यारह हजार डॉलर का. वो वैसे भी 26 साल की थी.'
वीडियो फुटेज के सामने आने के बाद भारतीय राजनयिकों ने अमेरिकी अधिकारियों के सामने इस मामले को मजबूती से उठाया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
पुलिस अधिकारी डैनियल ने अपनी 'हंसी' पर दी ये सफाई
वीडियो सामने आने के बाद शुरू हुए विवाद को लेकर पुलिस अधिकारी डैनियल ने कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी वकीलों का मजाक उड़ाने के लिए की थी. उन्होंने कहा कि गिल्ड अध्यक्ष सोलन के साथ बातचीत में उन्होंने युवती की मौत पर शोक जताया और कहा कि 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लड़की की मौत हो गई है और वकील इस बात पर बहस करेंगे कि मानव जीवन की कीमत कितनी है.'
उन्होंने कहा, 'मैंने कुछ ऐसा कहा था- वह 26 साल की है. इसकी क्या कीमत लगाएंगे वो? कौन परवाह करता है? मेरी इस टिप्पणी का मकसद वकीलों का मजाक उड़ाना था. मैं उस वकील की नकल कर रहा था जिसे मामले का काम सौंपा गया था. मैं व्यंग्यात्मक तरीके से यह कहने की कोशिश कर रहा था कि कैसे वो मौत का मुआवजा कम करने के लिए बेतुके तर्क दे सकता है.'
डैनियल ने आगे कहा, 'मुझे इस बात पर हंसी आई कि इस तरह के मामलों में कैसे मुकदमा चलाया जाता है. मैंने जब देखा कि कैसे इस तरह की घटनाओं पर दो पक्षों में सौदेबाजी होती है, तो मुझे बेहद हास्यापद लगा और हंसी आई.'
जाह्नवी कंडुला की बात करें तो वो आंध्र प्रदेश की रहने वाली थीं और सिएटल में नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही थीं.