अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की ट्रंप और बाइडन के बीच पहली डिबेट खत्म हो गई है. पहली डिबेट में ही खूब हंगामा हुआ और एक-दूसरे पर छींटाकशी भी हुई. कोरोना वायरस महामारी, चुनाव की वैधता और टैक्स समेत कई मुद्दों पर ट्रंप और बाइडन ने जवाब दिए. ट्रंप ने डिबेट में बाइडन से थोड़ा ज्यादा समय लिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मेल के जरिए वोटिंग को लेकर कॉन्सिपिरेसी थ्योरी दी. उन्होंने कहा, देश भर में लाखों बैलेट भेजे जा रहे हैं. फ्रॉड हो रहा है. कई जगह ट्रंप नाम वाले बैलेट कूड़ेदान में मिले हैं. ट्रंप ने बिना सबूत के दावा किया, वर्जीनिया मेलमैन बैलेट बेच रहे हैं और बाकी बैलेट नदियों में फेंके जा रहे हैं. ये एक ऐसा फ्रॉड होने जा रहा है जो आपने कभी नहीं देखा होगा. देश के लिए ये भयावह स्थिति है. इसका अंत अच्छा नहीं होने वाला है. ट्रंप ने चुनाव के नतीजों को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से चुनाव हारने पर सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के वादे से इनकार कर दिया है. क्रिस वैलेस ने पूछा, क्या आप अपने समर्थकों से चुनाव नतीजे आने के बाद अशांति पैदा ना करने के लिए कहेंगे, क्या आज आप ये ऐलान करेंगे कि जब तक चुनाव के नतीजों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो जाती है तब तक आप अपनी जीत घोषित नहीं करेंगे.
ट्रंप ने कहा, मैं अपने समर्थकों से मतदान में हिस्सा लेने के लिए कहूंगा. ट्रंप ने आगे कहा, अगर पारदर्शी तरीके से चुनाव होता है तो मैं इसके लिए तैयार हूं. लेकिन अगर हजारों बैलेट के साथ छेड़छाड़ की जाती है तो फिर मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं. ट्रंप इससे पहले भी मेल के जरिए मतदान को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं.
दूसरी तरफ, बाइडन ने चुनाव नतीजे आने तक जीत का ऐलान ना करने को लेकर सहमति भरी.
बाइडन ने कहा, ये लोगों को मतदान से दूर हटाने की कोशिश है क्योंकि वह लोगों के मन में डर भर रहे हैं कि शायद ये चुनाव वैध नहीं है. बाइडन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप मतदान जरूर कीजिए. आप ही इस चुनाव का नतीजा तय करेंगे. बाइडन ने कहा, अगर हमें वोट मिल जाते हैं तो ये सब खत्म हो जाएगा. ट्रंप जाने वाले हैं. बाइडन ने कहा कि ट्रंप मेल इन बैलेट की इसलिए शिकायत करते रहते हैं क्योंकि उन्हें वोट की गिनती से डर लगता है.
जब डिबेट के मॉरेटर क्रिस वैलेस ने ट्रंप से सवाल किया कि क्या वह व्हाइट सुप्रीमेसिस्ट की निंदा करने के लिए तैयार हैं तो ट्रंप ने जवाब दिया, निश्चित तौर पर, मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं लेकिन मैं लेफ्ट विंग की तरफ से जो कुछ हो रहा है, उसे भी लेकर बोलूंगा. मैं कुछ भी करने के लिए तैयार हूं, मैं शांति चाहता हूं.
ट्रंप अक्सर डिबेट में पर्सनल अटैक करते रहे हैं. इस बार भी ट्रंप ने बाइडन के बेटे हंटर बाइडन पर निशाना साधा. ट्रंप ने हंटर बाइडन के ड्रग एडिक्शन का मुद्दा उठाया तो बाइडन ने भी पलटकर जवाब दिया. बाइडन ने कहा, मेरे बेटे के साथ ड्रग की समस्या थी लेकिन वो इससे बाहर निकलने में कामयाब रहा. मुझे अपने बेटे पर गर्व है.
डिबेट के मॉडरेटर ने सवाल किया कि लोग राष्ट्रपति पद के लिए आपको क्यों चुनें? ट्रंप ने सेना को लेकर अपने रिकॉर्ड का बचाव किया. बाइडन ने कहा कि ट्रंप के शासन में अमेरिका सबसे कमजोर, बीमार, गरीब, बंटा हुआ और सबसे हिंसक देश बन गया है. बाइडन ने कहा कि ट्रंप कभी भी अपने वादे पर कायम नहीं रहते हैं.
नस्लभेदी मानसिकता को लेकर बाइडन और ट्रंप के बीच तीखी बहस छिड़ी. बाइडन ने कहा कि ट्रंप लोगों को एक करने के बजाय बांटते हैं. वह केवल लोगों को बांटना चाहते हैं. ट्रंप एक ऐसे राष्ट्रपति हैं जिसने नफरत और नस्लीय भेदभाव बढ़ाने के लिए हर चीज का इस्तेमाल किया.
ट्रंप ने बाइडन पर 1994 के क्राइम बिल को लेकर निशाना साधा और उसके बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात करने लगे. बता दें कि अमेरिका में अश्वेत समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं अमेरिकी चुनाव में अहम मुद्दा है. ट्रंप ने जहां बाइडन को कानून व्यवस्था भंग करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते रहे हैं, वहीं बाइडन ट्रंप पर नस्ली भेदभाव की मानसिकता को बढ़ावा देने को लेकर हमलावर रहे हैं.
डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप पर टैक्स चोरी के आरोप का भी मुद्दा उठा. ट्रंप से जब ना के बराबर टैक्स भरने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने बचाव में कहा, मैं टैक्स नहीं भरना चाहता हूं. ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सिस्टम में कई लूपहोल्स हैं हालांकि उन्होंने ये भी दावा किया कि उन्होंने राष्ट्रपति कार्यकाल के पहले साल में मिलियन डॉलर्स का टैक्स भरा है.
ट्रंप ने कहा, हमने पीपीई किट बनवाए, मास्क बनवाए. हमने वेंटिलेटर्स का उत्पादन किया. अब हम वैक्सीन से सिर्फ कुछ हफ्ते दूर हैं. अब बहुत कम लोग कोरोना से मर रहे हैं. ट्रंप ने चीन को वायरस के लिए दोषी ठहराते हुए कहा, खराब प्रेस की वजह से उनके प्रशासन को कोरोना नियंत्रण में नाकाम बताया जा रहा है.
बाइडन ने कहा, कोरोना महामारी जब फैल रही थी तो ट्रंप स्टॉक मार्केट देख रहे थे. ट्रंप ने राज्यों को लॉकडाउन खत्म करने के लिए मजबूर किया और महामारी के खतरे को कम करके आंका. बाइडन ने कहा, ट्रंप अमेरिका के अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति हैं. ट्रंप को गोल्फ कोर्स से निकलकर काम करने की जरूरत है. ट्रंप ने कहा, हमने बहुत शानदार काम किया. मैं आपको बताता हूं कि आपने कभी इतना बेहतरीन काम नहीं किया होता. ये आपके खून में ही नहीं है. ट्रंप ने कहा कि अगर आपकी सरकार होती तो कोरोना से कम से कम 20 लाख लोगों की मौतें हुई होतीं.
ट्रंप ने बाइडन पर निशाना साधते हुए कहा, अगर आपकी रैलियों में भी भीड़ आती तो आपने भी यही किया होता. लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, कोई भी ऐसा नहीं कर सकता है.
कोरोना महामारी के बीच चुनावी रैलियों का ट्रंप ने बचाव किया. ट्रंप ने कहा, लोग मुझे सुनना चाहते हैं. मेरी रैलियों में करीब 25,000-30,00 लोग आते हैं. ट्रंप के उलट जो बाइडन कोरोना महामारी को देखते हुए बहुत कम चुनावी इवेंट करते हैं और वो कोरोना की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं.
अमेरिका में कोरोना वायरस से करीब 2 लाख लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन ट्रंप अब भी मास्क पहनने का मजाक बना रहे हैं. ट्रंप ने जो बाइडन के मास्क पहनने को लेकर मजाक उड़ाया. ट्रंप ने कहा, मैं बाइडन की तरह मास्क नहीं पहनता हूं. जब भी आप उन्हें देखते हैं, वो मास्क पहने रहते हैं. हो सकता है कि वो 200 फीट की दूरी से बात करे और शायद वो सबसे बड़ा मास्क पहनते हैं.
बाइडन ने मास्क के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर की सलाह का जिक्र किया और कहा कि अगर लोग उनकी सलाह को मानेंगे तो कई जानें बच जाएंगी.
ट्रंप ने इसके जवाब में कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी इससे उलट बात कहते हैं और वो वही दोहरा रहे हैं.
जो बाइडन ने ट्रंप पर अमेरिका में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और कहा कि ट्रंप प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की थी. बाइडन ने कहा कि अमेरिका में सबसे ज्यादा मौत इसलिए हुई क्योंकि सरकार महामारी के ख़तरों को लेकर बेफिक्र रही और कोई प्लान नहीं किया. इस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार ने कोरोना का बहुत प्रभावी तरीक़े से सामना किया है. मौत का आंकड़ा सबसे ज्यादा इसलिए है क्योंकि अमेरिका सही डेटा दे रहा है जबकि चीन, रूस और भारत मौत के सही आंकड़े नहीं दे रहे.
बाइडन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर भी ट्रंप पर हमला बोला. बाइडन ने कहा, ट्रंप ने वैज्ञानिकों पर दबाव डाला जिससे जल्द से जल्द वैक्सीन बन सके. मुझे ट्रंप पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. इस पर जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा, जल्द ही आपके पास वैक्सीन होगी.
बहस के 18 मिनट के भीतर ही बाइडन ट्रंप की ओर मुड़े और चिल्लाए, क्या तुम चुप होगे. ट्रंप ने बाइडन को नजरअंदाज करते हुए बात करना जारी रखा. ट्रंप ने कहा, जो लोग जानते हैं कि 47 सालों में तुमने कुछ नहीं किया.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट में कंजरवेटिव विचाराधारा की जज की नियुक्ति का ऐलान किया है. इससे ट्रंप को हेल्थकेयर को खत्म करने में मदद मिलेगी. इससे जुड़े सवाल पर ट्रंप ने कहा, मैं आपको सीधी बात बताता हूं, हमने चुनाव जीता है. चुनाव के नतीजे होते हैं. हमारे पास सीनेट है.सुप्रीम कोर्ट में एमी कोनी बैरेट के चुनाव के फैसले का बचाव करते हुए ट्रंप ने कहा, वो हर तरीके से बेहतरीन हैं. मुझे लगता है कि वो अच्छा करेंगीं.
सुप्रीम कोर्ट में जज की कंजरवेटिव विचारधारा की जज एमी बैरेट की नियुक्ति को लेकर सवाल पर ट्रंप ने कहा, हमने चुनाव जीता है. चुनाव के कई नतीजे होते हैं.
सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति और हेल्थकेयर को लेकर ट्रंप और बाइडन के बीच तीखी बहस हो रही है.
डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन ने कोरोना वायरस की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हाथ नहीं मिलाए.
प्रेसिडेंशियल डिबेट में आमने-सामने ट्रंप और बाइडन.
अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट शुरू हो गई है. डिबेट के मॉडरेटर क्रिस वैलेस सबसे पहले ट्रंप से करेंगे सवाल.
बस कुछ ही देर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले होने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट शुरू हो जाएगी जिसमें ट्रंप और बाइडन एक-दूसरे का आमना-सामना करेंगे.
बहस की कला में बाइडेन बहुत अच्छे नहीं हैं. ट्रंप बाइडन की मानसिक क्षमता को लेकर सवाल खड़े करते रहे हैं. यहां तक कि ट्रंप बाइडन को स्लीपी जो कहकर बुलाते हैं. डिबेट में भी ट्रंप बाइडन पर निजी स्तर पर वार कर सकते हैं. वे उनकी सेहत और पारिवारिक रिश्तों पर तंज कस सकते हैं. साल 2016 में जब हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप के चरित्र पर सवाल उठाए तो ट्रंप हिलेरी क्लिंटन के पति को बीच में घसीट लाए थे.
डोनाल्ड ट्रंप के लिए भी ये डिबेट आसान नहीं होगी. कोरोना वायरस की महामारी के चलते अमेरिका में दो लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. दुनिया के किसी भी देश में कोरोना वायरस ने इतने लोगों की जान नहीं ली है. कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है और लाखों लोग बेरोजगार हैं. ट्रंप को इन सारे सवालों के जवाब देने होंगे.
जो बाइडन ने किया ट्वीट, आज डिबेट की रात है इसलिए मैंने अपने ईयरफोन और परफॉर्मेंस बढ़ाने वाला सामान तैयार रखा है. जो बाइडन ने इस ट्वीट से ट्रंप पर निशाना साधा है. ट्रंप ने कहा था कि डिबेट से पहले जो बाइडन का ड्रग टेस्ट होना चाहिए क्योंकि वह अपनी परफॉर्मेंस मजबूत करने के लिए ड्रग का सेवन कर सकते हैं.
डिबेट से ठीक पहले बाइडन और उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने साल 2019 के टैक्स रिटर्न जारी किए हैं. बाइडन और कमला हैरिस ने अपने टैक्स रिटर्न ऐसे वक्त में जारी किए हैं जब ट्रंप टैक्स को लेकर आलोचना झेल रहे हैं. बाइडन ने कुल 299,346 डॉलर का टैक्स भुगतान किया है.
डिबेट से ठीक पहले बाइडन को ट्रंप के खिलाफ एक बेहतरीन हथियार मिल गया है. न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि पिछले 15 साल में से 10 साल डोनाल्ड ट्रंप ने कोई टैक्स नहीं दिया है, जबकि वह रियल एस्टेट के एक दिग्गज और सफल कारोबारी रहे हैं. ट्रंप ने साल 2016 और 2017 में दोनों साल सिर्फ 750 डॉलर का टैक्स चुकाया. हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे फर्जी खबर बताते हुए खारिज कर दिया है लेकिन डिबेट में इससे जुड़े सवालों को टालना ट्रंप के लिए आसान नहीं होगा.
साल 2016 में अमेरिका में पिछले राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बहस के दौरान डेमाक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने भी ट्रंप पर टैक्स चोरी का आरोप लगाते हुए कहा था कि ट्रंप इसी वजह से टैक्स को लेकर अपने आंकड़े जारी नहीं करते, क्योंकि उन्होंने एक डॉलर का भी फेडरल टैक्स नहीं दिया है.
ये डिबेट बिना किसी कॉमर्शियल ब्रेक के कुल 90 मिनट की होगी. हर मुद्दे पर चर्चा के लिए 15 मिनट की अवधि निर्धारित की गई है. ट्रंप और बाइडन को हर सवाल का जवाब देने के लिए 2 मिनट का वक्त दिया जाएगा.
कोरोना वायरस की महामारी की वजह से इस बार की डिबेट बेहद अलग होगी. क्लीवलैंड में होने वाली डिबेट में ना तो ट्रंप और बाइडन हाथ मिलाएंगे और ना ही पहले की तरह ऑडियंस होगी. इस बार की डिबेट में सिर्फ 70 लोग ऑडियंस में रहेंगे और इवेंट में शामिल होने वाले हर शख्स का कोरोना टेस्ट किया जाएगा.
कोरोना वायरस की महामारी और अर्थव्यवस्था की खराब हालत की वजह से ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की संभावना कमजोर हुई है. अब तक के तमाम ओपिनियन पोल में राष्ट्रपति पद की रेस में डोनाल्ड ट्रंप जो बाइडन से पीछे चल रहे हैं. इस डिबेट में उनके पास मौका होगा कि वो मतदाताओं की सोच बदल सकें. बाइडन के लिए ट्रंप से डिबेट करना भले ही मुश्किल काम है लेकिन लाखों दर्शकों के सामने ट्रंप से सीधे सवाल करने का मौका भी होगा.
अमेरिकी चुनाव बेहद लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. प्रेसिडेंशियल डिबेट भी इसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अपना एजेंडा बताते हैं और विरोधी के सवालों का सामना करते हैं. ये बहस टेलिविजन, रेडियो या इंटरनेट के माध्यम से प्रसारित की जाती है. आम लोगों को अपने उम्मीदवार को समझने और उनके बारे में राय बनाने में इस डिबेट से काफी मदद मिलती है. इस डिबेट को इस बार "फॉक्स न्यूज संडे" के एंकर क्रिस वैलेस मॉडरेट करेंगे.
3 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडन बुधवार को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में एक-दूसरे का मुकाबला करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच होने वाली इस डिबेट में कोरोना वायरस की महामारी, अर्थव्यवस्था, अमेरिका में नस्लीय हिंसा, सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति समेत कुल 6 अहम मुद्दों पर चर्चा होगी.