
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आतंकी हमले की आशंका के बीच राजधानी की पुलिस अलर्ट हो गई है. किसी भी तरह के आतंकी हमले से निपटने के लिए पुलिस ने खास प्लान तैयार किया है. पूरी राजधानी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इस्लामाबाद पुलिस ने यह प्लान अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों के अलर्ट के बाद तैयार किया है.
दरअसल, पाकिस्तान के इस्लामाबाद के मशहूर मैरिएट होटल पर आतंकी हमले का खतरा बताते हुए अमेरिका समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को अलर्ट रहने के लिए कहा है. इन देशों में अमेरिका के साथ ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब भी शामिल हैं.
क्या है इस्लामाबाद पुलिस का खास प्लान?
आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए इस्लामाबाद पुलिस ने जो खास प्लान तैयार किया है, उसके जरिए राजधानी के चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी जाएगी. पुलिस के प्लान के अनुसार, इस्लामाबाद में 25 अस्थाई चेक पोस्ट बनाए गए हैं. शहर में लगे कैमरों की मदद से भी निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही मेट्रो सर्विस पैसेंजर्स पर भी वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए नजर रखी जा रही है.
इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि जिन गाड़ियों पर गलत नंबर प्लेट या बिना नंबर प्लेट कोई वाहन शहर में घूमता हुआ मिलेगा तो उन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने शहर में आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है. पुलिस की ओर से इस्लामाबाद आने वाले सभी विदेशी नागरिकों से कहा गया है कि वे हमेशा अपना आईडी कार्ड जरूर साथ रखें. वहीं शहर में मकान मालिकों से कहा गया है कि किरायदारों का पुलिस थानों में सत्यापन कराएं.
वहीं इस्लामाबाद पुलिस ने कहा है कि जिन जगहों पर स्थानीय और विदेशी मूल के कर्मचारी बिना सत्यापन कराए काम कर रहे हैं, उन सभी की जांच की जाएगी. इसके साथ ही पुलिस ने शहरवासियों से अपील की है कि अगर उन्हें कुछ भी संदेहजनक नजर आए तो तुरंत इस बात की जानकारी पुलिस को हेल्पलाइन के जरिए दें.
इस्लामाबाद में 'सुसाइड' ब्लास्ट के बाद से शुरू हुआ खेल
पिछले सप्ताह 23 दिसंबर को इस्लामाबाद में एक गाड़ी में सवार आतंकी ने खुद को ब्लास्ट में उड़ा दिया था. यह घटना उस समय हुई जब पुलिस ने शक के आधार पर उसे गाड़ी रोकने के लिए कहा था. जैसे ही गाड़ी रुकी, उसमें ब्लास्ट हो गया, जिसमें अंदर बैठा ड्राइवर मारा गया. साथ ही इस्लामाबाद पुलिस के एक जवान की मौत हो गई और चार गंभीर रूप से घायल हो गए. इस सुसाइड अटैक में दो आम नागरिक भी घायल हुए थे.
इस्लामाबाद में पिछले आठ सालों में हुआ यह पहला सुसाइड अटैक था. हमले की जानकारी लगते ही हड़कंप मच गया. यह सुसाइड ब्लास्ट राजधानी के जिस इलाके में हुआ, उस इलाके में पाकिस्तानी संसद समेत कई बड़े सरकारी दफ्तर हैं. इस सुसाइड अटैक की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है.
मंगलवार को पाकिस्तानी मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इस मामले में अपडेट दिया. उन्होंने बताया कि सुसाइड अटैक में शामिल एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
अमेरिका समेत कई देशों ने किया अपने नागरिकों को अलर्ट
इस्लामाबाद में सुसाइड अटैक के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. साल 2008 में हुए आतंकी हमले को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास की ओर से अपने नागरिकों के लिए सबसे पहले बयान बयान जारी किया गया. अमेरिकी दूतावास की ओर से सभी नागरिकों को इस्लामाबाद के एक लग्जरी होटल में न जाने की सलाह दी गई है.
बयान में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार को आशंका है कि कुछ संदिग्ध इस्लामाबाद के एक होटल में अमेरिकी नागरिकों पर आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं.
अमेरिका के बाद ब्रिटेन की ओर से भी अपने नागरिकों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई. वहीं ऑस्ट्रेलिया उच्चायुक्त ने भी अपने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे इस्लामाबाद के फाइव स्टार होटल जाने से बचें.
पाकिस्तान में सऊदी दूतावास की ओर से भी बयान जारी किया गया. सऊदी दूतावास की ओर से अपने नागरिकों को चौकस रहने और बिना किसी काम इधर-उधर ना घूमने की सलाह दी है.
2008 में भी इस्लामाबाद के फाइव स्टार होटल के बाहर हुआ था ब्लास्ट
मालूम हो कि 20 सितंबर 2008 को इस्लामाबाद में हुए एक ब्लास्ट से पूरा पाकिस्तान हिल गया था. इस ब्लास्ट में 54 लोगों की मौत हो गई थी. यह ब्लास्ट राजधानी के एक पांच सितारा होटल के सामने हुआ था.