
अमेरिका ने पाकिस्तान के सभी राजनीतिक दलों को हिंसा से बचने के लिए कहा है. अमेरिका ने साथ ही लोगों की बोलने की आजादी और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार के लिए अपने समर्थन को दोहराया.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "अमेरिका एकत्र होने और बोलने की आजादी को समर्थन देता रहेगा. हम रोज इसके बारे में बात करते हैं. इसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार भी शामिल है."
किर्बी ने कहा कि प्रदर्शन के अधिकार को जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही कानून को भी मानना जरूरी है. किर्बी ने कहा कि सभी पार्टियों को हिंसा से बचना और संयम से काम लेना चाहिए.
किर्बी से पाकिस्तान में प्रदर्शनों के बारे में सवाल किया गया था. किर्बी ने पाकिस्तान में मिलिट्री लीडरशिप में बदलाव से जुड़े सवाल पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया.
किर्बी ने कहा, "पाकिस्तान में सेना का नेतृत्व कौन करेगा, ये फैसला करना पाकिस्तान सरकार का काम है. ये एक देश की संप्रभुता से जुड़ा सवाल है और मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता."
अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि वो पाकिस्तान में प्रदर्शन से जुड़ी गतिविधियों, उन पर प्रतिबंध आदि की रिपोर्टों से अवगत हैं. लेकिन ये सारे वो सवाल है जिन पर पाकिस्तानी अधिकारी ही बेहतर जवाब दे सकते हैं.
बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने 2 नवंबर को धरने से इस्लामाबाद बंद कर देने का एलान कर रखा था. इमरान ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद धरने के एलान को वापस ले लिया. सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ पनामा पेपर लीक मामले में जांच का आदेश दिया है.