
पाकिस्तान के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि 2021 में अफगानिस्तान की धरती से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद से पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर हमले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि आतंकी अफगानिस्तान में अमेरिकी सेनाओं के छोड़े गए आधुनिक हथियारों से हमला कर रहे हैं. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षाबलों पर इन्हीं हथियारों से हमले किए जा रहे हैं.
अमेरिकी फौजें लगभग 20 सालों तक अफगानिस्तान में मोर्चा संभाले हुई थी. लेकिन अगस्त 2021 तक सभी अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी हो गई थी. इसके बाद से अफगानिस्तान में तालिबान का शासन जारी है.
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के इंस्पेक्टर जनरल मोआज्जिम जेह अंसारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की रवानगी के दौरान उन्होंने जो हथियार छोड़े थे, उन्हीं आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी गतिविधियों में किया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबक, आतंकियों ने अमेरिकी सेनाओं द्वारा छोड़े गए आधुनिक हथियारों से खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के खिलाफ जंग छेड़ दी है. उनका बयान सुरक्षाबलों पर आतंकियों के लगातार बढ़ रहे हमलों के बीच आया है.
अमेरिका ने सात अरब डॉलर के सैन्य उपकरण अफगानिस्तान में छोड़े
बता दें कि अमेरकी सैनिकों की पिछले साल अफगानिस्तान से वापसी हो गई थी. अमेरिकी सैनिक अपने पीछे लगभग सात अरब डॉलर के सैन्य उपकरण छोड़ गए थे. यह जानकारी अमेरिका के रक्षा विभाग ने खुद साझा की थी. हालांकि, इसे लेकर रक्षा विभाग का तर्क था कि ये हथियार इस्तेमाल करने की स्थिति में नहीं थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर जनरल ने कहा है कि जब अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो गया तो अफगानिस्तान की जेलों में बंद कई आतंकियों को रिहा कर दिया गया.
अंसारी ने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से सटे खैबर पख्तूनख्वाह के आतंकवाद का सफाया करने की भी प्रतिबद्धता जताई है. बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस वैन पर आतंकियों की गोलीबारी की घटना में गुरुवार को छह पुलिसकर्मियों की मौत हो गई.