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पाकिस्तान के अंदर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी लगातार मारे जा रहे हैं जिसके बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है. इस्लामाबाद ने इसके पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी RAW का हाथ बताते हुए कहा कि वह टारगेट किलिंग करवा रही है.इन्हीं आरोपों पर ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने कथित Investigative स्टोरी की थी. अब इन्हीं आरोपों पर अमेरिका की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
अमेरिका बोला नहीं देंगे दखल
भारत पर पाकिस्तान में टारगेट किलिंग के आरोपों पर जब मीडिया ने अमेरिका से उसका पक्ष जानना चाहा तो विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, " हम इस मुद्दे को लेकर आई मीडिया रिपोर्ट्स का अनुसरण कर रहे हैं. इन आरोपों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. लेकिन निश्चित रूप से, हम इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं. हम दोनों पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वो तनाव से बचें और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजें."
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इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि सियालकोट में शाहिद लतीफ़ और रावलकोट में मोहम्मद रियाज़ की हत्याएं भारतीय एजेंट्स योगेश कुमार और अशोक कुमार आनंद द्वारा की गई थीं. दरअसल पाकिस्तान के सियालकोट में आतंकी मौलाना मसूद अजहर का करीबी और पठानकोट एयर बेस हमले के मास्टरमाइंड जैश आतंकी शहीद लतीफ की अज्ञात हमलावरों ने 11 अक्टूबर 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पाकिस्तान में खौफ में आए आतंकी
इन सबके बीच 'Unknown gunman' के हमलों से घबराए आतंकी और उनके आका पाकिस्तान में अंडरग्राउंड हो गए हैं. पाकिस्तान में मौजूद इंडिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों में टॉप लेवल के आतंकियों को ISI ने सुरक्षा दे दी है. वहीं कुछ आतंकियों ने अत्याधुनिक हथियारों से लैस प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रख लिए हैं.हमेशा कराची, लाहौर, रावलपिंडी में सामूहिक रैलियां और जलसे करने वाले आतंकी भी अब खुलेआम रैली और जलसों में शामिल नहीं हो रहे हैं.
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ब्रिटिश न्यूज पेपर के खुलासे के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की किरकिरी हो रही है. लश्कर चीफ हाफिज सईद, मौलाना मसूद अजहर सालों से अंडरग्राउंड हो चुके हैं. इंडियन एजेंसियों को लगभग एक साल से इनका ना तो कोई ऑडियो मिला है ना ही कोई सार्वजनिक मौजूदगी. साफ है कि आतंकी अब पाकिस्तान में भी खौफ में हैं.