
Russia Ukraine War Fake Video images: रूस और यूक्रेन में अब युद्ध छिड़ गया है. कई लोगों के मरने की खबरें भी सामने आई हैं. इसी बीच कई फेक वीडियो और पुराने फोटो वायरल हो रहे हैं. जिनका वर्तमान हालात से कोई वास्ता नहीं है, लेकिन ये इस तरह वायरल किए जा रहे हैं कि लगे कि ये ताजा फोटो और वीडियो हैं.
कई रिपोर्ट में ये बात सामने आई है. बीबीसी ने भी एक रिपोर्ट में वायरल हो रहे फेक फोटो के बारे में विस्तार से बताया है. वहीं एपी की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि कई ऐसे वीडियो, फोटो, ट्विटर, फेसबुक और टेलीग्राम पर जारी किए गए हैं, जो फेक हैं. जिससे कई लोग कन्फ्यूज भी हुए हैं.
अमेरिका F-16 की पुरानी क्लिप पोस्ट की गई
जैसे ही यूक्रेन और रूस में तनाव की खबरें सामने आईं, इसी बीच एक वीडियो यह कहकर वायरल किया गया कि जेट फाइटर प्लेन ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. हालांकि बाद में ये क्लिप डिलीट कर दी गई. जब इस क्लिप को गौर से देखा गया तो जो एयरक्राफ्ट था वह अमेरिका में बना F-16 निकला.
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2020 मिलिट्री परेड की फोटो की गई वायरल
ठीक एक ऐसी ही एक क्लिप वायरल की गई, जिसमें दावा किया गया कि फाइटर और बॉम्बर प्लेन शहरी इलाके के ऊपर उड़ान भरते हुए दिखाई दे रहे हैं. लेकिन जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि ये 2020 एयर शो का फोटो है.
पैराट्रपर्स हुए यूक्रेन में लैंड!
एक और वीडियो क्लिप ये कहकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई कि यूक्रेन के खारकिव में रूस के पैराट्रूपर्स लैंड हुए हैं. लेकिन ये जांच में सामने आया कि सबसे पहले 2016 में इंटरनेट पर नजर आया था.
रूस का फाइटर प्लेन यूक्रेन ने गिराया, ये दावा किया गया
वहीं एक क्लिप और सोशल मीडिया पर ये कहकर वायरल की गई कि रूस के जेट विमान को यूक्रेन ने मार गिराया है. लेकिन बीबीसी की जांच में सामने आया कि ये लीबिया की सरकार का विमान है. जो विद्रोहियों ने साल 2011 में मार गिराया था. इसी वीडियो में अरबी भाषा में जश्न की आवाजें भी सुनाई दे रही हैं.
यूक्रेन के राजदूत ने भी शेयर किया फेक वीडियो
अमेरिका में यूक्रेन के राजदूत वोलिदिमिर येलेचेंको ने भी एक क्लिप शेयर की है. जो असल में टिकटॉक पर 29 जनवरी को अपलोड किया गया था. यूक्रेन के राजदूत ने दावा किया था कि ये वीडियो Mariupol का है. इस वीडियो पर तो यूजर्स ने भी सवाल उठाए. तमाम यूजर्स ने कहा कि इसमे तो हरियाली दिखाई दे रही है, जबकि फरवरी में Mariupol का तापमान 0 डिग्री के करीब होता है.
रूस ने फहराया यूक्रेन में झंडा, फेक फोटो किया शेयर
हालांकि इस फोटो का कैप्शन तो सही था लेकिन, चूंकि रूस का झंडा यूक्रेन के खारकिव शहर में ही लगाया गया था. लेकिन जब इस फोटो की रिवर्स इमेज सर्च टूल से जांच की गई तो पता चला ये घटना 2014 की है.
बेरुत के वीडियो को बताया गया चीन का
वहीं एक चीनी भाषा वाले ट्विटर अकाउंट से भी एक वीडियो शेयर किया गया. जिसमें बताया गया कि पुतिन द ग्रेट ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. लेकिन असल में ये वीडियो बेरुत का साल 2020 का था. इस हादसे में 200 लोगों की मौत हो गई थी.