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11 महीने में 830 करोड़ रुपये... अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव कैंपेन के दौरान इस भारतवंशी की बढ़ी संपत्ति

फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विवेक रामास्वामी 11 महीने पहले रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुए थे, लेकिन इन ग्यारह महीनों की तुलना में उनकी संपत्ति बढ़ी है. रिपब्लिकन पार्टी के नामांकन के लिए आयोवा कैंपेन के दौरान रामास्वामी की संप्तित 10 करोड़ डॉलर से अधिक बढ़ी है.  

विवेक रामास्वामी विवेक रामास्वामी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST

अमेरिका में इस साल होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से पीछे हटने वाले भारतवंशी विवेक रामास्वामी को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. खबर है कि रामास्वामी ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान लाखों डॉलर खर्च किए थे लेकिन इसके बावजूद उनकी संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि हुई है.

फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विवेक रामास्वामी 11 महीने पहले रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुए थे, लेकिन इन ग्यारह महीनों की तुलना में उनकी संपत्ति बढ़ी है. रिपब्लिकन पार्टी के नामांकन के लिए आयोवा कैंपेन के दौरान रामास्वामी की संपत्ति 10 करोड़ डॉलर (तकरीबन 830 करोड़ रुपये) से अधिक बढ़ी है.  

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संघीय चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी के दौरान रामास्वामी ने अपनी कुल अनुमानित संपत्ति 84 करोड़ डॉलर बताई थी जो उनके कैंपेन के बाद बढ़कर 96 करोड़ डॉलर हो गई है. 

2023 के शुरुआती नौ महीनों के दौरान रामास्वामी ने अपने चुनावी कैंपेन के दौरान 1.7 करोड़ डॉलर का निवेश किया है. उन्होंने इनमें से 18 लाख डॉलर नकद निवेश किया जबकि 1.52 करोड़ डॉलर कर्ज लिया.

रामास्वामी के कैंपेन के मुताबिक, वह एक अरब डॉलर की संपत्ति के साथ बेहद अमीर हैं. हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बीती तिमाही और 2024 की शुरुआत में उन्होंने चुनावी प्रचार पर कितनी धनराशि खर्च की.

आयोवा कॉकस से पहले रामास्वामी ने 3 करोड़ डॉलर में रोइवैंट साइंसेज के शेयर बेचे. इस धनराशि का इस्तेमाल उन्होंने चुनावी कैंपेन में किया. 

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राष्ट्रपति की दावेदारी से पीछे हट गए थे रामास्वामी

डोनाल्ड ट्रंप से आयोवा कॉकस हारने के बाद 38 वर्षीय एंटरप्रेन्योर विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया था. बायोटेक एंटरप्रेन्योर ने कहा था कि वह आयोवा के लीडऑफ कॉकस में निराशाजनक समापन के बाद रिपब्लिकन नामांकन के लिए अपना अभियान समाप्त कर रहे हैं.  

रामास्वामी ने अपने प्रतिद्वंद्वी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते हुए वादा किया था कि अगर उन्हें गुंडागर्दी का दोषी ठहराया गया तो भी वह उनका समर्थन करेंगे. ट्रंप ने बीते सोमवार को आयोवा में 2024 चुनाव के पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी. 

ट्रंप आयोवा कॉकस जीत गए हैं. फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस दूसरे स्थान पर हैं. उसके बाद साउथ कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेली तीसरे स्थान पर हैं.

क्यों चर्चा में आए थे विवेक रामास्वामी? 

विवेक रामास्वामी ने कहा था कि अगर वे देश के राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वे अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेज देंगे. उन्होंने दो टूक कहा था कि अमेरिका में जो भी गैरकानूनी रूप से रह रहा है, उन पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी. उन्हें उनके देश भेजा जाएगा. हम इन अवैध प्रवासियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. साथ ही उनके बच्चों की नागरिकता भी खत्म करेंगे. 

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