Advertisement

US पत्रकार इवान गेर्शकोविच के खिलाफ रूस ने दर्ज किया जासूसी का केस, जानें क्या है पूरा मामला

रूस में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल रूस ने शुक्रवार को आधारिक रूप से पत्रकार पर देश में जासूसी के आरोप में कार्रवाई शुरू कर दी है. हालांकि अमेरिका, वॉल स्ट्रीट जर्नल के अलावा खुद पत्रकार भी इन आरोपों का खंडन कर रहे हैं. उन्होंने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है.

अमेरिका ने इवान गेर्शकोविच की तत्काल रिहाई की रूस से की मांग (फाइल फोटो) अमेरिका ने इवान गेर्शकोविच की तत्काल रिहाई की रूस से की मांग (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • मॉस्को,
  • 08 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 6:17 AM IST

रूस में गिरफ्तार अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच पर शुक्रवार को आधिकारिक रूप से जासूसी के चार्ज लगाए गए. हालांकि वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार लगातार जासूसी के आरोपों से इनकार करते रहे. रूस की सरकारी संवाद एजेंसी तास ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. तास ने सूत्र के हवाले से बताया कि अमेरिकी पत्रकार ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह रूस में पत्रकारिता गतिविधियों में शामिल थे.

Advertisement

इवान गेर्शकोविच 1986 में  शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से जासूसी के आरोप में रूस में हिरासत में लिए गए पहले अमेरिकी पत्रकार हैं. रूसी अधिकारियों ने 30 मार्च को अमेरिकी पत्रकार को हिरासत में लिया था. उन पर रूसी हथियार कारखाने के बारे में गोपनीय जानकारी जुटाने के प्रयास का आरोप लगाया था जबकि वाल स्ट्रीट जर्नल ने आरोपों से इनकार किया है.

वहीं अमेरिका पत्रकार की गिरफ्तारी के बाद अपने नागरिकों को रूस छोड़ने का आदेश जारी कर चुका है. इसके अलावा जो लोग रूस जाने की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें भी ट्रिप कैंसल करने के लिए कहा गया है. अमेरिका ने दो टूक कहा है कि वो रूस में मीडिया पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों से नाराज है और उसकी आजादी के लिए लगातार लड़ता रहेगा. 

Advertisement

पत्रकार की गिरफ्तारी पर रूस का यह है रुख

रूसी सुरक्षा एजेंसी एफएसबी का कहना है कि अमेरिकी नागरिक गेर्शकोविच इवान को अवैध गतिविधियों के कारण गिरफ्तार किया गया है. गेर्शकोविच पर जासूसी करने का संदेह है. इस मामले को लेकर क्रेमलिन ने कहा कि इवान गेर्शकोविच पत्रकारिता की आड़ में जासूसी कर रहे थे. विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिका को बताया कि इवान गेर्शकोविच को  गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था.

गिरफ्तारी के खिलाफ दायर की है याचिका

इवान गेर्शकोविच ने रूस में अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ अपील दायर की है. हालांकि अभी तक उनकी याचिका पर सुनवाई के लिए कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है सीएनएन ने रूसी राज्य समाचार एजेंसी TASS का हवाला देते हुए बताया. गेर्शकोविच को 29 मई तक रूस की लेफोटोवो जेल में एक प्री-ट्रायल डिटेंशन सेंटर में रखा गया है. अमेरिका ने इवान गेर्शकोविच तत्काल रिहा करने की मांग की है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने गहरी चिंता जाहिर की है.

दुनिया के 38 संपादकों ने लिखा लेटर

दुनियाभर के तीन दर्जन से अधिक शीर्ष संपादकों ने अमेरिका में रूसी राजदूत को एक पत्र पर हस्ताक्षर कर इवान गेर्शकोविच की हिरासत की निंदा की है. पत्र में उन्होंने भी कहा कि गेर्शकोविच की अनुचित और अनुचित गिरफ्तारी आपकी सरकार की प्रेस विरोधी कार्रवाइयों में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है. रूस यह संदेश भेज रहा है कि आपकी सीमाओं के भीतर पत्रकारिता अपराध है और रूस से रिपोर्ट करने के इच्छुक विदेशी 

Advertisement

संवाददाताओं को कानून के शासन का लाभ नहीं मिलता है." पत्र पर जिन संपादकों के हस्ताक्षर हैं, उनमें द वॉल स्ट्रीट जर्नल, न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी, वाशिंगटन पोस्ट और कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स समेत समाचार संगठनों और पत्रकारिता समूहों के प्रतिनिधित्व भी शामिल हैं.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement