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Mpox की पहली वैक्सीन को WHO की मंजूरी, 82 प्रतिशत तक है प्रभावी

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ देशों में एमपॉक्स के खिलाफ़ विश्व के पहले टीके को मंजूरी दे दी है. एमवीए-बीएन वैक्सीन (MVA-BN vaccine) को फिलहाल 18 साल से कम लोगों के लिए नहीं बनाया गया है. हालांकि WHO ने जल्द से जल्द शिशुओं, प्रेग्नेंट महिलाओं, किशोरों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए भी ऐसे वैक्सीन को तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

एमपॉक्स वायरस के खिलाफ पहली वैक्सीन को मिली मंजूरी (फाइल फोटो) एमपॉक्स वायरस के खिलाफ पहली वैक्सीन को मिली मंजूरी (फाइल फोटो)
मिलन शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 14 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

एमपॉक्स वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचा हुआ है. इस वायरस के फैले प्रकोप के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) की तरफ से सुखद खबर सामने आई है जिसने एमपॉक्स वायरस के उपचार के लिए वैक्सीनेशन के टीके को पहली मंजूरी दे दी है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को एमवीए-बीएन वैक्सीन (MVA-BN vaccine) को एमपॉक्स के खिलाफ़ पहली वैक्सीन घोषित किया जिसे इसकी प्रीक्वालिफिकेशन सूची में जोड़ा गया है. इस कदम के बाद वैक्सीन तक तक आम लोगों की पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है, खासकर उन समुदायों के बीच जिन्हें इसकी तत्काल आवश्यकता है.

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 एमवीए-बीएन वैक्सीन (MVA-BN vaccine)  को फिलहाल 18 साल से कम लोगों के लिए नहीं बनाया गया है. हालांकि WHO ने जल्द से जल्द बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए भी ऐसे वैक्सीन को तैयार करने के निर्देश दिए हैं. 

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वैक्सीन को लेकर WHO का बयान

निर्माता, बवेरियन नॉर्डिक ए/एस द्वारा प्रस्तुत जानकारी और यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा समीक्षा के आधार पर प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया का उद्देश्य वैक्सीन की तेजी से खरीद और वितरण को सुविधाजनक बनाना है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने मौजूदा एमपॉक्स प्रकोपों ​​को रोकने (खासकर अफ्रीका में) की दिशा में वैक्सीन के महत्व पर जोर दिया.

उन्होंने कहा, "अफ्रीका में मौजूदा प्रकोपों ​​और भविष्य के संदर्भ में, एमपॉक्स के खिलाफ़ वैक्सीन की यह पहली प्रीक्वालिफिकेशन बीमारी के खिलाफ़ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है." उन्होंने समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वैक्सीन की खरीद, दान और वितरण को तत्काल बढ़ाने का आह्वान किया.

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 उन्होंने कहा, "अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों के साथ-साथ, यह वैक्सीन संक्रमण को रोकने, संचरण को रोकने और जीवन बचाने में मदद करेगी." एमवीए-बीएन वैक्सीन, जिसे चार सप्ताह के अंतराल पर दो खुराक के इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है, 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए स्वीकृत है. कोल्ड कंडीशन में स्टोर होने के बाद, यह 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर आठ सप्ताह तक स्थिर रह सकती है.

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82 प्रतिशत तक प्रभावी

डब्ल्यूएचओ के सहायक महानिदेशक डॉ. युकिको नाकातानी ने कहा, 'एमपॉक्स के खिलाफ टीके की मंजूरी अफ्रीका में मौजूदा प्रकोप और भविष्य दोनों के संदर्भ में, बीमारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है. सभी को टीके की खुराक सुनिश्चित करने के लिए खरीद, दान और वितरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया.संक्रमण को रोकने, संचरण को रोकने और जीवन बचाने के लिए अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों की भी तत्काल आवश्यकता है. लोगों की तुरंत मदद करने के लिए सरकारों और गैवी और यूनिसेफ जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा एमपॉक्स वैक्सीन की चल रही खरीद में तेजी आएगी.'  

उपलब्ध डेटा से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई सिंगल डोज एमवीए-बीएन वैक्सीन  लोगों को मंकीपॉक्स से बचाने में अनुमानित 76 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि 2 खुराक अनुमानित 82 प्रतिशत प्रभावी है.  MVA-BN वैक्सीन को स्विट्जरलैंड, अमेरिका, सिंगापुर, कनाडा, यूरोपीय संघ और UK में मंजूरी दे दी गई है.

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