
कनाडा की राजनीति इस वक्त उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है जहां प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पद से इस्तीफा दे दिया है. सत्ताधारी लिबरल पार्टी के नेता पद से भी ट्रूडो हट गए हैं हालांकि, उन्होंने कहा कि लिबरल पार्टी के नए नेता के चुने जाने तक वो प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे. ऐसे में सवाल उठता है कि ट्रूडो के जाने के बाद नए नेता का चुनाव कौन करेगा?
यह जिम्मा भारतीय-कनाडाई बिजनेसमैन और लिबरल पार्टी के अध्यक्ष सचित मेहरा को सौंपा गया है. मेहरा नए नेता के चुनाव के लिए जल्द ही पार्टी की बैठक बुलाएंगे. उन्होंने कहा है कि पार्टी नेता के चुनाव की प्रक्रिया इसी हफ्ते शुरू कर दी जाएगी.
कौन हैं सचित मेहरा?
सचित मेहरा एक भारतीय कनाडाई नागरिक हैं जिनके पिता नई दिल्ली से 1960 के दशक में कनाडा चले गए थे. वहां जाकर उन्होंने विन्निपेग और ओटावा में ईस्ट इंडिया कंपनी रेस्टोरेंट्स नाम से रेस्रां की एक चेन बनवाई जो अब भी सचित मेहरा का फैमिली बिजनेस बना हुआ है.
सचित मेहरा Manitoba प्रांत के विन्निपेग शहर से आते हैं. वो साल 1994 से बिजनेस संभाल रहे रहे हैं. सचित ईस्ट इंडिया कंपनी रेस्टोरेंट के मालिक होने के साथ-साथ इसके मैनेजमेंट का काम भी देखते हैं.
मेहरा सामुदायिक विकास के काम में भी खासा सक्रिय हैं.
2013 से 2016 तक वो अपने शहर विन्निपेग डाउनटाइन बिज के अध्यक्ष रहे जहां उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और क्षेत्र की बेहतरी के लिए काम किया. मेहरा चैरिटी के लिए फंड जुटाने का काम भी करते आए हैं. उन्होंने चैरिटी फंडरेजर मसाला मिक्सर इवेंट की अध्यक्षता भी की थी जिसने विक्टोरिया जनरल हॉस्पिटल और अल्जाइमर एसोसिएशन ऑफ मैनिटोबा के लिए $75,000 से अधिक राशि जुटाई.
राजनीति में दिलचस्पी के कारण वो लिबरल पार्टी से जुड़े और मई 2023 में पार्टी के अध्यक्ष चुन लिए गए.
ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पार्टी में सचित मेहरा की अहमियत कैसे बढ़ गई?
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते नया नेता चुनने की जिम्मेदारी सचित मेहरा पर आ गई है. मेहरा लिबरल पार्टी के राष्ट्रीय निदेशक मंडल के प्रमुख हैं और उन पर पार्टी की सदस्यता बढ़ाने, फंड जमा करने की कोशिशों की देखरेख करने और पार्टी को चुनाव के लिए तैयार करने का काम सौंपा गया है.
मेहरा पर ये जिम्मेदारी होगी कि वो पार्टी को एक ऐसा नेता चुनकर दें जो पार्टी के पुराने आधार को दोबारा बहाल कर सके. पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी, परिवहन मंत्री अनिता आनंद जैसे नेता लिबरल नेता पद की रेस में हैं.
सत्ताधारी लिबरल पार्टी ने लगातार तीन आम चुनाव में जीत हासिल की है लेकिन अब उसका आधार खोता जा रहा है. बढ़ती महंगाई और घर की आसमान छूती कीमतों को लेकर कनाडा के लोग लिबरल पार्टी से नाराज हैं. ऐसे में सचित मेहरा पर जिम्मेदारी होगी को वो पार्टी का पुराना आधार फिर से बहाल करें.