
अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे डोनाल्ड ट्रंप की हत्या का प्रयास किया गया. हमलावर ने ट्रंप को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ कई राउंड फायरिंग की. इस घटना में ट्रंप तो बाल-बाल बच गए लेकिन एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए. इस हमले के जवाब में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया. लेकिन अब इस हमलावर को लेकर कई खुलासे हुए हैं.
हमलावर की पहचान 20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रूक्स (Thomas Matthew Crooks) के तौर पर हुई है. थॉमस पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग का रहने वाला था. वह घटनास्थल से बेमुश्किल 70 किलोमीटर की दूरी पर रहता था. उसके पास सेमी-ऑटोमैटिक एआर-15 राइफल थी, इसी राइफल से उसने ट्रंप को निशाना बनाकर रैली में हमला किया था.
कौन था थॉमस मैथ्यू कूक्स?
थॉमस मैथ्यू की उम्र मात्र 20 साल की थी. वह 2022 में बेथल पार्क हाई स्कूल में ग्रैजुएट हुआ था. उसे मैथ्स और साइंस प्रतियोगिता में 500 डॉलर का प्राइज भी मिल चुका था. वह स्थानीय नर्सिंग होम किचन में काम करता था.
वह रजिस्टर्ड रिपब्लिकन था. उसने 2021 में लिबरल कैंपेन ग्रुप एक्टब्लू के लिए 15 डॉलर की धनराशि भी दान की थी. उसके पास स्थानीय शूटिंग क्लब क्लैर्टन स्पोर्ट्समैन की सदस्यता भी थी. जांच में पता चला है कि मैथ्यू ने जिस हथियार से ट्रंप पर हमला किया था. वह राइफल उसके पिता ने खरीदी थी. उसके पिता ने छह महीने पहले यह राइफल खरीदी थी.
बंदूकों से था मैथ्यू को लगाव
अमेरिकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैथ्यू ने हमले के समय बंदूक और डेमोलिशन कंटेंट के लिए लोकप्रिय एक यूट्यूब चैनल डेमोलिशन रैंच की टीशर्ट पहनी हुई थी. इस यूट्यूब के लाखों सब्सक्राइबर हैं. इस चैनल ने अलग-अलग तरह की बंदूकों और विस्फोटकों के वीडियो अपलोड किए हुए हैं.
थॉमस के साथ स्कूल में पढ़ने वाले उसके साथियों का कहना है कि वह अकेला (Loner) ही रहता था. ना तो वह किसी से घुलता-मिलता था और ना ही कोई उसके साथ रहता था. उसे स्कूल में हमेशा बुली किया जाता था. उसे रोजाना ही स्कूल में बुली किया जाता था. वह कभी-कभी हंटिंग आउटफिट पहनकर स्कूल जाता था.
हंटिंग ड्रेस पहुंचकर पहुंच जाता था स्कूल
जैसन कोलर ने भी मैथ्यू को स्कूल में बुली करने की खबरों पर सहमति जताते हुए कहा कि उसे अक्सर बुली किया जाता था. अन्य छात्र उसके कपड़ों को लेकर उसका मजाक उड़ाते थे. वह लंच टाइम में अकेले बैठकर ही खाना खाता था. उसे स्कूल में अलग-थलग कर दिया गया था.
मैथ्यू के साथ पढ़ने वाले एक छात्र का कहना है कि मैथ्यू को हमेशा टेस्ट में अच्छे नंबर मिलते थे. उसे हिस्ट्री बेहद पसंद थी. सरकार या इतिहास से जुड़ी चीजें जानने में उसे उत्सुकता रहती थी. उसे टीचर्स भी पसंद करते थे.
ट्रंप पर कैसे हुआ था हमला?
अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे कि तभी तड़ातड़ गोलियां चलने लगीं. एक गोली ट्रंप के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से को छूकर निकली. ट्रंप के कान से खून छलछला उठा, तभी सिक्योरिटी गार्ड्स आए और उन्होंने ट्रंप को चारों तरफ से घेरकर घटनास्थल से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. वहीं सीक्रेट सर्विस के ने हमलावर को मौके पर मार गिराया.
ट्रंप के बाल-बाल बचने के बाद कहा जा रहा है कि टेलीप्रॉम्प्टर का इस्तेमाल न करने का फैसला उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ. दरअसल, ट्रंप अपनी रैली के दौरान टेलीप्रॉम्पटर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आज पहली बार उन्होंने कहा कि वह इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि मैं आज टेलीप्रॉम्पटर का इस्तेमाल नहीं करूंगा और आपसे सीधा संवाद करूंगा. तभी फायरिंग हुई और गोली उनके कान को छूकर निकल गई.