
Pakistan Political Crisis: पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में राजनीतिक उठापटक जारी है. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं. एक दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की जा रही है. इमरान विपक्ष पर 'विदेशी ताकतों' के साथ मिलकर उनकी सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं, विपक्ष इमरान के दावों को खोखला करार दे रहा है. पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए उनके समर्थक नेताओं ने अब भारत के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है.
पाकिस्तान के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को पाकिस्तान में जारी सियासी हालात पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए भारत का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मुल्क की सियासत में जो असर दिख रहा है, वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर पर रची गई साजिश का हिस्सा लगता है. चौधरी ने कहा कि इमरान सरकार ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई थी. इसमें विपक्ष के नेशनल असेंबली सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया.
दोहराया 'विदेशी ताकतों' वाला दावा
मंत्री फवाद चौधरी ने आगे कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बेहद खास मकसद से बुलाई गई थी. हम विपक्ष के सदस्यों को बताना चाहते थे कि इमरान खान की सत्ता को हटाने के लिए बाहर (विदेश) से कोशिशें की जा रही हैं. इतना कहने के बाद चौधरी ने भारत का जिक्र करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि कौन (नवाज शरीफ) इस खेल में खिलाड़ी की भूमिका निभा रहा है और उनके 'भारत' और 'इजराइल' के साथ किस तरह के संबंध हैं.
इमरान को मिली 3 दिन की मोहलत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कुछ दिन की मोहलत और मिल गई है. गुरुवार को नेशनल असेंबली का सत्र शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद सदन की कार्रवाई 3 अप्रैल तक स्थगित कर दी गई. अब इमरान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 3 अप्रैल को चर्चा होगी. इमरान को मिले 3 दिन के वक्त को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इन तीन दिनों में इमरान अपनी कुर्सी बचाने के लिए कई जतन कर सकते हैं.