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इजरायली हमले का ईरान करेगा पलटवार या नेतन्याहू की सेना करेगी दोबारा वार... आगे क्या मोड़ लेगी जंग?

इजरायल ने 25 अक्टूबर की रात को ईरान पर हवाई हमला बोल दिया. इजरायल के 100 लड़ाकू विमान ईरान के आसमान में घुसे और फिर ताबड़तोड़ बमबारी की. इस हमले में कई लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए. सवाल ये है कि ईरान को इजरायल और अमेरिका दोनों ने एक साथ धमकी क्यों दी? क्यों दोनों को ईरान की तरफ से हमले की आशंका है. कुछ घंटों के भीतर ये आशंका सही भी साबित हो गई. ईरान ने जवाब देने का इरादा जता दिया.

इजरायल और ईरान के बीच जंग बढ़ती जा रही है इजरायल और ईरान के बीच जंग बढ़ती जा रही है
आजतक ब्यूरो
  • नई दिल्ली,
  • 26 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 8:09 AM IST

इजरायल ने पहले ही ईरान को बता दिया था कि वो हमला करेगा और साथ में चेतावनी दे दी थी कि ईरान इस हमले का जवाब देने की गलती न करे. इसके बाद अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दी कि वो हमले का जवाब नहीं दे वरना अमेरिका इजरायल के बचाव में सामने आएगा. ईरान को दोनों तरफ से धमकाया जा रहा है लेकिन ईरान ने भी तेवर दिखा दिए है. 

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ईरानी उप राष्ट्रपति ने ईरानी ताकत का दम भरा है और दुश्मन को कमजोर करने के इरादे दिखा दिए है. ईरान को इस बार सऊदी अरब का साथ भी मिला है, जिसने ईरान पर हमले को कानून का उल्लंघन करार दिया है. दरअसल, इजरायल ने 25 अक्टूबर की रात को ईरान पर हवाई हमला बोल दिया. इजरायल के 100 लड़ाकू विमान ईरान के आसमान में घुसे और फिर ताबड़तोड़ बमबारी की. इस हमले में कई लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए. 

अब सवाल ये है कि ईरान को इजरायल और अमेरिका दोनों ने एक साथ धमकी क्यों दी? क्यों दोनों को ईरान की तरफ से हमले की आशंका है. कुछ घंटों के भीतर ये आशंका सही भी साबित हो गई. ईरान ने जवाब देने का इरादा जता दिया. 

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ईरानी सांसद और राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के सदस्य अहमद अज्जाम ने इजरायली हमलों पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'हमें अपना बचाव करने का अधिकार है और हम सही समय पर जवाब देंगे. हालांकि, हम एक प्रमुख सिद्धांत का पालन करेंगे. हम झिझक या जल्दबाजी में काम नहीं करेंगे.'

ईरान के मिलिट्री ठिकानों और पॉवर प्लांट पर हुए हमले

इजरायल ने किसी को नहीं बख्शा. ईरान की ताकत पर जमकर प्रहार किया इजरायल ने अमेरिका को जो कुछ बताया है. इजरायल के मुताबिक उसने ईरान के मिलिट्री ठिकानों पर हमले किए पॉवर प्लांट को निशाना बनाया और ऑयल रिफायनरी पर भी दावा बोला. कुल मिलाकर इजरायल ने कोई रियायत नहीं बरती ईरान को कमजोर बनाने में. और दावा किया कि सारे हमलों को अंजाम देने के बाद उसके सारे विमान सुरक्षित लौट आए. लेकिन अब शायद बारी ईरान की है. ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई बौखला गए हैं. पहले ही खामेनेई ने चेता दिया था कि इजरायल मिसाइल हमलों का जवाब देने की गलती ना करे लेकिन इजरायल ने हमला कर दिया और अब ईरान पलटवार कर सकता है इसकी पूरी आशंका है.

ईरान ने दिए बदला लेने के संकेत

ईरान ने इसका संकेत भी दे दिया है. ईरान के उप राष्ट्रपति मोहम्मद रेजा आरिफ ने ट्वीट किया ईरान की ताकत हमारे दुश्मन को नीचा दिखाएगी और कमजोर करेगी. अब ईरान के पास कोई चारा बचा भी नहीं है. इजरायल के साथ ईरान की जंग अब एक नए मोड़ पर है क्योंकि उसके एक एक करके सारे मोहरे पिटते जा रहे हैं. ईरान का मोहरा हमास पिट चुका है और कमजोर हो चुका है. ईरान का दूसरा मोहरा हिज्बुल्लाह पूरी तरह टूट चुका है. उसका मुखिया तक मारा जा चुका है. सीरिया से ईरान को खास मदद मिलती नहीं दिखती. ऐसे में ईरान के पास अब सीधे तौर पर जंग में उतरने के सिवा कोई चारा नहीं रह गया है. 

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2 अक्टूबर का अटैक भी ईरान के लिए आखिरी रास्ते के तौर पर था क्योंकि उसे सीधे इजरायल से लोहा लेना था. ये भी तय है कि ये लड़ाई अब और भड़केगी क्योंकि अमेरिका ने ईरान को चेता दिया है कि वो जवाबी वार करने की गलती ना करे क्योकि ऐसी हालत में अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा होगा. वहीं इजरायल के सरकारी टीवी कान न्यूज ने दावा किया है कि ईरान ने विदेशी मध्यस्थ के जरिए संदेश भेजा है कि वो हमला नहीं करेगा. 

जवाबी कार्रवाई कर सकता है ईरान: एक्सपर्ट

ईरान का कहना है कि वह गाजा, लेबनान और ईरानी अधिकारियों पर इजरायली हमलों के खिलाफ बचाव करना जारी रखेगा. यह पहली बार है जब इजरायल ने ईरान पर हमले का खुलकर दावा किया है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक विश्लेषकों का कहना है कि शनिवार के हमले के बाद ईरान अब जवाबी कार्रवाई कर सकता है. सैन्य और राजनीतिक विश्लेषक एलिजा मैग्नियर का कहना है कि इजरायली हमलों में ईरानी अधिकारियों की हत्या ईरान को जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर करेगी.

'ईरान अपने बचाव के लिए बाध्य'

ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इन हमलों को अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का “एक स्पष्ट उल्लंघन” मानता है. ईरान बाहरी आक्रामक कृत्यों के खिलाफ खुद का बचाव करने का हकदार और बाध्य है. ईरान अपनी सुरक्षा और महत्वपूर्ण हितों की रक्षा के लिए ईरानी लोगों की सभी क्षमताओं के उपयोग पर जोर देता है. इसके अलावा यह क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारियों की पुष्टि करता है, जबकि क्षेत्र के सभी देशों को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए उनके व्यक्तिगत और सामूहिक कर्तव्यों की याद दिलाता है.

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