
'भूखे आदमी को सही-गलत नहीं दिखाई देता, उसे सिर्फ और सिर्फ खाना दिखता है.' अमेरिका की मशहूर लेखिका पर्ल सिडेनस्ट्रिकर बक (Pearl Sydenstricker Buck) की ये पंक्तियां इन दिनों पाकिस्तान पर एकदम फिट बैठती हैं. जिस पाकिस्तान ने यहूदी बहुल इजराइल की स्थापना (14 मई 1948) के 75 साल सालों बाद भी उसे मान्यता नहीं दी है, उसी पाकिस्तान को अपनी कंगाली दूर करने के लिए शाक्तिशाली यहूदी राथ्सचाइल्ड (Rothschild) परिवार के आगे हाथ फैलाने पड़ रहे हैं.
दरअसल, फटेहाल पाकिस्तान IMF समेत पूरी दुनिया के देशों से कर्ज की मांग कर चुका है. लेकिन सभी जगहों से उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा है. ऐसे में अब पाकिस्तान उम्मीद लेकर दुनिया के सबसे शक्तिशाली परिवारों में शामिल राथ्सचाइल्ड फैमिली के पास पहुंचा. राथ्सचाइल्ड परिवार राथ्सचाइल्ड एंड कंपनी नाम से मल्टीनेशनल फाइनेंसिंग कंपनी चलाता है. यह कोई छोटी-मोटी लोन कंपनी नहीं, बल्कि कई देशों को लोन देने वाली अरबों-खरबों की फर्म है. यह कंपनी अब तक करीब 30 देशों को फाइनेंशियल मदद मुहैया कराकर उन्हें डिफाल्टर होने से बचा चुकी है.
PAK ने शेयर की मीटिंग की फोटो
हर तरफ से मिली सिर्फ निराशा
हर तरफ से धक्के खाने के बाद अब पाकिस्तान भी राथ्सचाइल्ड परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी की शरण में पहुंचा है. पाकिस्तान की मिन्नतों के बाद 21 फरवरी को राथ्सचाइल्ड कंपनी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में कंपनी के पार्टनर एरिक लालो (Eric Lalo) और एमडी थिबॉड फोरकेड (Thibaud Fourcade) शामिल थे. इस मुलाकात के फोटो खुद पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर की हैं. आइए अब आपको बताते हैं कि आखिर ये राथ्सचाइल्ड एंड कंपनी कैसे काम करती है.
200 साल पुराना फाइनेंशियल बिजनेस
अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर कंपनी बताती है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी स्वतंत्र फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनियों में शुमार है. 40 देशों में 3,800 से भी ज्यादा आर्थिक सलाहकारों की टीम उनके लिए काम करती है. कंपनी यह भी दावा करती है कि उनका यह बिजनेस 200 साल पुराना है और राथ्सचाइल्ड परिवार की सातवी पीढ़ी इस वक्त बिजनेस को संभाल रही है. कंपनी आगे कहती है कि वह समय-समय पर दुनियाभर के देशों में सरकारों को सही आर्थिक सलाह देकर उन्हें कर्ज से उबारने का काम करती है.
फाइनेंशियल सेक्टर में कैसे रखा कदम
कंपनी बताती है कि 19वीं सदी की शुरुआत में जब ब्रिटेन और उसके सहयोगियों को जंग के लिए पैसों की जरूरत थी, तब कंपनी ने उन्हें पैसों की मदद मुहैया कराई. तब से ही फर्म ने तय कर लिया कि आगे से आर्थिक सलाह के साथ ही सरकारों के लिए नवाचार को लेकर काम करना है. कंपनी 1980 के दशक में निजीकरण के हिमायतियों में सबसे आगे रही. जब साइप्रस, ग्रीस, आयरलैंड और पुर्तगाल जैसे देशों को बेलआउट पैकेज की जरूरत महसूस होने लगी, तब फर्म ने उन्हें इससे उबरने में सहायता प्रदान की.
कई देशों को आर्थिक तंगी से उबारा
इसके अलावा फर्म ने कई अफ्रीकी देशों को भी सलाह देने का काम किया है. जैसे जब 2014 में आइवरी कोस्ट और 2015 में कैमरून आर्थिक संगट से जूझने लगा, तब राथ्सचाइल्ड ने ही उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में वापसी करने में मदद की. चाड को भी बुरे दौर से निकालने में इस संस्था ने ही मदद की.