
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज एचडब्ल्यू बुश के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा समेत अन्य नेताओं और शख्सियतों ने शोक प्रकट किया है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर शनिवार को होने वाला अपना संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया है.
गौरतलब है कि सोवियत संघ के विघटन और कुवैत पर इराक के आक्रमण को नाकाम करने के दौरान अमेरिका का नेतृत्व करने वाले अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति बुश का शुक्रवार को ह्यूस्टन में निधन हो गया. वे 94 वर्ष के थे.
जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अर्जेंटीना में मौजूद पीएम मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश विश्व इतिहास के अहम दौर में प्रमुख राजनेता थे और भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों के प्रबल पैरोकार थे.'
वहीं, ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘बुश परिवार और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश के सम्मान में हम संवाददाता सम्मेलन के लिए उनके अंतिम संस्कार तक इंतजार करेंगे.’ साथ ही उन्होंने कहा कि एचडब्ल्यू बुश ने अमेरिका की कई पीढ़ियों को जनसेवा के लिए प्रेरित किया है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और जार्ज एचडब्ल्यू बुश के बेटे जार्ज डब्ल्यू बुश ने कहा कि उनके पिता एक बेहतरीन आचरण वाले व्यक्ति थे.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि जार्ज एचडब्ल्यू बुश का जीवन इस बात का साक्षी है कि जनसेवा एक अनूठा और खुशी प्रदान करने वाला कार्य है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कहा, ‘हमारे बीच जो दोस्ती थी, उसके लिए मैं सदा ही उनका आभारी रहूंगा.’
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एक बड़े राजनीतिज्ञ और ब्रिटेन के एक सच्चे मित्र थे. कुवैत के सत्तारूढ़ अमीर शेख सबाह अल अहमद अल सबाह ने कहा, ‘जार्ज एचडब्ल्यू बुश ने राष्ट्रों के बीच न्याय और समानता पर आधारित एक नई अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाने की कोशिश की. कुवैत के लोग उन्हें हमेशा याद रखेंगे.'
पूर्व सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति रहे मिखाइल गोर्बाचेव ने कहा, ‘यह एक बड़े बदलाव का वक्त था, जो हर किसी से बड़ी जिम्मेदारी की उम्मीद करता था. नतीजा यह हुआ कि शीतयुद्ध और हथियारों की होड़ खत्म हो गई.’
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा, ‘सीनियर बुश प्रथम अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जिनसे मिलने का उन्हें सौभाग्य प्राप्त हुआ था. उन्होंने तिब्बती लोगों और तिब्बत के हालात से सहानुभूति प्रदर्शित की थी.'