
JKLF चीफ यासीन मलिक को दिल्ली की NIA कोर्ट ने बुधवार यानी आज उम्रकैद की सजा सुनाई है. उस पर कोर्ट ने 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. टेरर फंडिंग मामले में दोषी करार दिए गए कश्मीर के अलगाववादी नेता मलिक को लेकर NIA ने कोर्ट से मांग की थी कि उसे फांसी की सजा हो. यासीन मलिक को सजा दिए जाने के खिलाफ पूरा पाकिस्तान एकजुट दिख रहा है. पाकिस्तान की रहने वाली मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक भी अपने पति के लिए पाकिस्तान के नेताओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अपील कर रही है कि उनके पति को बचाया जाए क्योंकि वे निर्दोष हैं. वो अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लगातार ट्वीट कर मोदी सरकार पर भड़ास निकाल रही हैं.
वो कह रही हैं कि भारत की बीजेपी सरकार उनके पति को सजा देकर हिंदुत्व की राजनीति के जरिए अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है.
उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, '#ReleaseYasinMalik भारत की बीजेपी सरकार मेरे पति यासीन मलिक को मोदी के हिंदुत्व फासीवादी वोट बैंक को बढ़ाने और जम्मू-कश्मीर के लोगों से उनका नेता छीनने के लिए उन्हें सजा देना चाहती है. भारत को इन युद्ध अपराधों, नफरत और असहिष्णुता की राजनीति को समाप्त करना चाहिए.'
मुशाल ने अपने एक और ट्वीट में लिखा, 'भारत की सरकार को डर है कि कश्मीर से उसकी सत्ता समाप्त हो जाएगी. इसी डर से वहां की सरकार ऐसा कठोर कदम उठा रही है जिसका कोई कानूनी आधार नहीं है. सत्ता के साथ ये निराशाजनक कुठाराघात जल्द ही खत्म हो जाएगा और कश्मीर आजाद हो जाएगा.'
मुशाल अपने ट्वीट्स में #ReleaseYasinMalik का हैशटैग इस्तेमाल कर रही है और लोगों से अपील भी कर रही है कि वो यासीन मलिक की रिहाई के लिए उनका साथ दें.
मुशाल ने ट्विटर पर लिखा, अत्याचारी हमेशा खुद को देशभक्ति या धर्म के लबादे में लपेटकर रखता है. भारत के मुखौटे से मूर्ख मत बनो क्योंकि वे देशभक्ति के नाम पर एक आजादी की लड़ाई को खत्म करने की कोशिश करते हैं.
मुशाल ने ट्विटर पर लिखा, मोदी सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन हम उसकी बर्बरता के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ेंगे. अपने संदेश में वो लिखती हैं, 'आजादी हमारा हक है, अगर आप ये हक हमें देने से इनकार करते हैं तो हम आपसे अपनी आजादी छीनकर लेंगे.'
मुशाल ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से भी अपील की है कि यासीन मलिक के मामले में ये संस्थाएं हस्तक्षेप करें. वो लिखती हैं, 'मैं मांग करती हूं कि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को मनगढ़ंत और काल्पनिक मामलों में फासीवादी नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा सजा दिए जाने से रोकें और इस मामले में हस्तक्षेप करें.'
यासीन मलिक की बहन कुरान पढ़ती दिखीं
इसी बीच श्रीनगर से यासिन मलिक की बहन का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो खिड़की के सामने खड़ी होकर कुरान पढ़ती दिखी हैं. कश्मीर के पत्रकार आकाश हसन ने उनका वीडियो ट्वीट करते हुए ट्विटर पर लिखा है, 'यासीन मलिक की बहन दिल्ली की एक अदालत से उनकी सजा से पहले अपने मैसूमा, श्रीनगर स्थित घर पर कुरान पढ़ रही हैं.'
यासीन मलिक के खिलाफ NIA ने साल 2017 में टेरर फंडिंग का मामला दर्ज किया था. उस पर आरोप लगा कि उसने कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद को फैलाने के लिए पाकिस्तान और विदेशों से पैसे लिए. पिछले तीन सालों से मलिक तिहाड़ जेल में बंद है. बीते गुरुवार को दिल्ली की NIA कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में मलिक को दोषी पाया.
मलिक पर 1990 में वायुसेना के चार जवानों की हत्या का भी आरोप है. मलिक ने कोर्ट में कहा कि वो अपने ऊपर लगे आरोपों को चुनौती नहीं देना चाहता.