
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में हुई तीखी बहस के कुछ हफ्तों बाद एक बार फिर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है. जेलेंस्की और ट्रंप के बीच कल फोन पर लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई.
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि इस बातचीत का मकसद यूक्रेन और रूस को उनके अनुरोधों और जरूरतों के मुताबिक एकजुट करना है. उन्होंने कहा कि युद्धविराम की कोशिश सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं.
वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बेहद सकारात्मक और सार्थक बातचीत हुई. मैंने 11 मार्च को सऊदी अरब के जेद्दा में यूक्रेन और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच हुई सकारात्मक बातचीत शुरू करने के लिए आभार जताता हूं. इस बैठक ने युद्ध को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण रूप से मदद की. हम इस बात पर सहमत हुए कि यूक्रेन और अमेरिका को युद्ध को वास्तविक रूप से समाप्त करने और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए. हमारा विश्वास है कि अमेरिका, राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिकी नेतृत्व में हम स्थायी शांति हासिल कर सकते हैं.
जेलेंस्की ने कहा कि इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन के साथ बातचीत का ब्योरा साझा किया और हमारे बीच अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. युद्ध खत्म करने की दिशा में पहला कदम ऊर्जा और अन्य सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमले बंद करना हो सकता है. मैंने इस कदम का समर्थन किया है और यूक्रेन ने पुष्टि की है कि हम इस पर अमल करेंगे. हमारी टीम ने भी जेद्दा में इस पर चर्चा की थी. अमेरिका की ओर से भी फ्रंटलाइन पर बिना किसी शर्थ के सीजफायर का प्रस्ताव रखा गया था और हमने इस प्रस्ताव को भी स्वीकार किया.
जेलेंस्की ने कहा कि मैंने ट्रंप से बातचीत के दौरान युद्धक्षेत्र की स्थिति और रूसी हमलों से पड़े प्रभाव की जानकारी भी उन्हें दी. हमने कुर्स्क की स्थिति पर भी बात की और युद्धबंदियों की रिहाई के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
इस दौरान जेलेंस्की और ट्रंप के बीच रूस के कब्जे़ वाले जापोरिज्जिया पावर प्लांट के संभावित अमेरिकी स्वामित्व पर भी चर्चा की गई. जेलेंस्की ने इस दौरान चेताते हुए कहा कि अगर रूस युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन करता है तो यूक्रेन जवाबी कार्रवाई करेगा.
बता दें कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच 28 फरवरी को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात हुई थी, जो तीखी बहस में तब्दील हो गई थी. इस दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया था कि जेलेंस्की शांति नहीं चाहते हैं और अगर वो समझौता नहीं करेंगे तो अमेरिका इस जंग से बाहर हो जाएगा. ट्रंप ने ये दावा भी किया था कि यूक्रेन रूस के साथ जंग में जीत हासिल नहीं कर सकता है.