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'यहूदी शासन ने अब तक सबक नहीं सीखा...', नसरल्लाह की मौत पर बोले ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यहूदी शासन ने अभी तक कोई सबक नहीं सीखा है. उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे लेबनान और हिज्बुल्लाह का साथ दें.

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई. (फाइल फोटो) ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने शनिवार को दुनिया भर के मुसलमानों से अपील की कि वे लेबनान के लोगों के साथ एकजुट हों, क्योंकि उसकी राजधानी बेरूत इजरायली हवाई हमलों की चपेट में है. खामेनेई इजरायल को 'दमनकारी और दुष्ट शासन' बताते हुए कहा कि, इसके खिलाफ सभी मुसलमानों को जो भी संसाधन उनके पास हैं, उनका इस्तेमाल करना चाहिए. इजरायली हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायल और लेबनान के बीच सीधे युद्ध की आशंका बढ़ गई है. 

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खामेनेई ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, 'यह सभी मुसलमानों की जिम्मेदारी है कि वे लेबनान के लोगों और हिज्बुल्लाह के साथ खड़े हों और इस दमनकारी और दुष्ट शासन का सामना करने में उनकी मदद करें.' उन्होंने आगे कहा, यहूदी शासन को यह जान लेना चाहिए कि वे हिज्बुल्लाह की मजबूत संरचना को नुकसान नहीं पहुंचा सकते. 

खामेनेई ने एक्स (पहले ट्विटर) पर कहा, 'यहूदी शासन, जिसने गाजा में एक साल से चल रहे अपने अपराधी युद्ध से कुछ नहीं सीखा, अब भी नहीं समझता कि महिलाओं, बच्चों और निर्दोष नागरिकों का नरसंहार प्रतिरोध की मजबूत ताकत को घुटनों पर नहीं ला सकता.' उन्होंने प्रतिरोध की सारी ताकतों से हिज्बुल्लाह का समर्थन करने का भी आह्वान किया. 

शनिवार को इजरायली सेना ने दावा किया कि उन्होंने हिज्बुल्लाह के नेता नसरल्लाह को बेरूत हवाई हमलों में मार गिराया. इजरायली सेना के अनुसार उन्होंने बेरूत में हिज्बुल्लाह के मुख्यालय को निशाना बनाया था, जहां नसरल्लाह एक बंकर में छिपा हुआ था. बाद में हिज्बुल्लाह ने भी नसरल्लाह के मौत की पुष्टी की. खामेनेई को सुरक्षा कारणों से एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. 

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बेरूत के दक्षिणी इलाके में हुए इजरायली हवाई हमलों से कई इमारतें तबाह हो गईं, जिसमें दहीयेह क्षेत्र, जो हिज्बुल्लाह का गढ़ माना जाता है, विशेष रूप से प्रभावित हुआ है.

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