अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी ने कई आतंकी संगठनों को फिर मजबूत कर दिया है. कभी अमेरिका के हमलों की वजह से कमजोर और छिन्न-भिन्न हो ये आतंकी संगठन अब तालिबान राज में फिर सिर उठाने लगे हैं. ये आतंकी हमले कर रहे हैं, लोगों की जान ले रहे हैं और अपने सबसे बड़े दुश्मन अमेरिका को चुनौती दे रहे हैं. ऐसे ऐसे ही एक संगठन का नाम है ISIS K जो दोनों अमेरिका और तालिबान को अपना दुश्मन मानता है. ये बात हैरान कर सकती है लेकिन तालिबन और ISIS K के बीच कोई सीधा वास्ता नहीं है. दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं और एक अलग विचारधारा रखते हैं. ISIS K में K का मतलब खुरासन होता है. इस आतंकी संगठन को ISIS की ही एक शाखा या फिर साथी के तौर पर देखा जा सकता है.