दुनिया देखती रह गई और तालिबान ने हथियारों के दम पर अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया. अफगानिस्तान के 3 करोड़ 84 लाख लोगों की आजादी, मानवाधिकार के मसले सब बर्बरियत के आगे सरेंडर कर गए. इस मामले पर रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा कहते हैं कि तालिबान के दौर से पहले भी अफगानिस्तान हिंसा झेल रहा था. वो कहते हैं कि रूसी सैनिकों की वापसी के बाद 1990 के दशक की शुरुआत में उत्तरी पाकिस्तान में तालिबान का उभार हुआ था. पश्तो भाषा में तालिबान का मतलब होता है छात्र खासकर ऐसे छात्र जो कट्टर इस्लामी धार्मिक शिक्षा से प्रेरित हों. रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा से जानें इसके पूरे इतिहास के बारे में.