अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लायड को ह्यूस्टन में आज अंतिम विदाई दी गई. 46 साल के फ्लायड को उनकी मां के पास वाले कब्र में दफनाया गया. इस दौरान परिवार वालों के अलावा और भी कई लोग मौजूद थे. फ्लायड की मौत ने एक बार फिर दुनियाभर में नस्लभेद के मुद्दे को गरम कर दिया. पूरी दुनिया में नस्लभेद के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. आज भी जिनेवा से लेकर अमेरिका और जर्मनी तक में लोग नस्लभेद के खिलाफ उठ खड़े हुए हैं. फ्लॉयड के आखिरी शब्द आई कांट ब्रिथ इस आंदोलन का एक अहम नारा बन गया.