इमरान खान ने 70 के दशक की शुरुआत में जब अपना क्रिकेटिंग करियर शुरू किया था, तब उन्होंने एक दिन आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली को देखा. इमरान ने तय कर लिया कि वो तेज गेंदबाज बनेंगे और डेनिस लिली की तरह का बोलिंग एक्शन रखेंगे. उनके कोच और साथियों ने समझाया कि फास्ट बोलर बनने की कोशिश आत्मघाती साबित होगी, लेकिन इमरान ने कर दिखाया.