पाकिस्तान भले ही खुद को एक आजाद मुल्क कहता हो लेकिन असल में वो वर्दीवालों का गुलाम है. पिछले 70 सालों से पाकिस्तान में वही होता है जो वहां की सेना चाहती है. पाकिस्तान की राजनीति उसकी सेना की दखलंदाजी की बुरी तरह से शिकार है. आज पाकिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है उसकी बर्बादी के बीज वहां की सेना ने ही बोए हैं. लेकिन सवाल ये है कि इमरान खान पर हमले के बाद जिस तरह से जनता का गुस्सा फूटा है क्या उससे सबकुछ बदल जाएगा? पाकिस्तान की सेना क्या सियासती दखलंदाजी छोड़ देगी? देखें ये वीडियो.