9 मई को हुई हिंसा के बाद फौज को इमरान खान और उनकी पार्टी के खिलाफ कड़े कदम उठाने का बहाना मिल गया. उसने हिंसा में शामिल नागरिकों पर भी मिलिट्री कोर्ट में मुकदमा चलाना शुरू कर दिया. इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई तो उसके फैसले से पहले ही पाकिस्तानी फौज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. उसने बता दिया कि मिलिट्री कोर्ट में कार्रवाई शुरू हो चुकी है. ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो.