गैरतमंद इंसान जब मुश्किल में आता तो वो चुनौती का सामना करता है, तो वो मेहनत करता है, अपनी गलतियों को सुधारता है. लेकिन बैगरत इंसान ठीक इसका उलटा करता है. जैसा पाकिस्तान कर रहा है. वो कंगाल हो चुका है, कभी भी दिवालिया हो सकता है, लेकिन फिर भी वो सुधरने को तैयार नहीं है.