अब रूस-यूक्रेन जंग हाइपरसोनिक मोड में जा चुकी है. लड़ाई अब खतरनाक मिसाइलों से होगी. एक तरफ रूस के पास हाइपरसॉनिक मिसाइलें हैं तो वहीं दूसरी तरफ नाटो देश, खासकर अमेरिका यूक्रेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. बाइडेन लगातार यूक्रेनी सेना की हथियारों से मदद कर रहे हैं ताकि वो रूसी सेना का सामना कर सके. 43 दिनों तक यूक्रेन अगर रूस की इस खतरनाक सेना के सामने सीना ताने खड़ा है तो उसकी वजह है ये मिसाइल. रूस के हाइपरसोनिक मिसाइलों का जवाब देने के लिए नाटो देश भी हाइपरसोनिक मिसाइलों को बनाने की फिराक में हैं. इसका मतलब ये है कि इंडो पैसिफिक रीजन में वर्ल्ड वॉर का नया फ्रंट खुल सकता है, लोगों को डर है कि रूस यूक्रेन की जंग, किसी भी वक्त परमाणु युद्ध में तब्दील हो सकती है. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.