अमेरिका और नाटो अगर पीछे हटे तो फिर यूक्रेन का झुकना तय है. लेकिन क्या ऐसा होगा और क्या इसीलिए रूस दोगुनी ताकत से यूक्रेन पर प्रहार कर रहा है? जेलेंस्की इस बीच बुल्गारिया की यात्रा पर हैं, जो यूक्रेन को हथियार देने के मामले में आगे रहता है.