रूस की निगाहें इस समय ब्रसेल्स पर होगीं कि नाटो, जी-7 और ईयू की आपात बैठक में क्या फैसले लिए जाते हैं? अमेरिका और यूरोपीय देश वैसे तो पहले ही सख्त पाबंदियों का एलान कर चुके हैं. लेकिन अब कोई नई तैयारी है. फिलहाल रूस ऊपरी तौर पर बेफिक्र नजर आता है. इसकी वजह ये भी है कि रूस के पास अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने के लिए 'तुरुप का इक्का' हैं. आजतक संवाददाता गौरव सावंत से समझाए मायने. देखें
US President Joe Biden would attend an emergency Nato Summit, address European Union leaders and hold meetings with G-7 leaders on the Russian invasion of Ukraine. But Russia has a 'trump card' to weaken the US dollar. Watch video to know more.