यूपी की शहजादी को 15 फरवरी को अबू धाबी में मौत की सजा दी गई थी. 5 मार्च को उसे अबू धाबी के कब्रिस्तान में दफनाया गया. शहजादी के साथ केरल के मोहम्मद रिनाश को भी दफनाया गया, जबकि मुरलीधरन का अंतिम संस्कार अभी बाकी है. शहजादी का परिवार उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका.