डेलावेयर बाइडेन की कर्मभूमि रही है. यहीं से उन्होंने 1970 में राजनीति शुरू की. फिर 36 साल डेलावेयर से सीनेटर रहे. 50 साल के राजनैतिक करियर में अब जाकर ये बड़ा मौका आया है कि दुनिया की सबसे शक्तिशाली कुर्सी उनके पास है. अफसोस बस ये है कि उनका बेटा ये दिन देखने के लिए नहीं है. अपने बेटे बो को याद करके जो बाइडेन रो पड़े. उन्हें अमेरिकी राजनीति का राइज़िंग स्टार माना जाता था, लेकिन छह साल पहले ब्रेन कैंसर से बाइडेन के बेटे की मौत हो गई थी. तब उसकी उम्र 46 साल ही थी. बाइडेन इससे टूट गए थे. बाइडन की जिंदगी ऐसी पर्सनल ट्रैजेडी से भरी है.