24 साल के अंतराल के बाद हुई रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन की उत्तर कोरिया यात्रा ने न सिर्फ चौंकाया है बल्कि अंतरराष्ट्रीय हलकों में चिंता भी बढ़ाई है. इस यात्रा से दोनों देशों की करीबी बढ़ने के स्पष्ट संकेत मिले ही हैं, लेकिन ज्यादा बड़ा सवाल यह है कि इस करीबी से किस तरह के तात्कालिक और दूरगामी नतीजे सामने आ सकते हैं.