77 साल पहले परमाणु धमाके के बाद दूसरा विश्वयुद्ध खत्म हुआ था. क्या अब रूस-यूक्रेन की लड़ाई में परमाणु बम के साथ ही तीसरे विश्वयुद्ध की आहट और अंदेशा जन्म ले चुका है? रूस ने पहले कहा पूर्वी यूक्रेन के दो राज्यों को स्वतंत्र घोषित करेगा. अगले ही दिन कर दिया. पुतिन ने फिर रूस की संसद से यूक्रेन पर हमले की मंजूरी ली. अगले ही दिन हमला भी कर दिया. अब परमाणु हमले के लिए दावा है कि रूस की तीनों सेनाएं अलर्ट पर हैं. तो क्या इतिहास देखते हुए आशंका है कि रूस न्यूक्लियर वॉर छेड़ सकता है? सवाल उठता है कि जब युद्ध के पांचवें दिन एक तरफ बेलारूस में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल पहली बार बातचीत के लिए एक टेबल पर आये, तभी क्यों रूस में एटमी हथियारों से हमले की तैयारी हो गई?
Reportedly, the three armies of Russia are on alert. So is there a possibility that Russia may wage a nuclear war? The question arises that when the delegations of Russia and Ukraine came to a table for the first time in Belarus on the fifth day of the war, why was there preparation for a nuclear attack in Russia?