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3 दिन, 13 राज्य और 300 कलाकार... NSD में आदिवासी संस्कृतियों का महाजुटान, तीन दिवसीय आदिरंग महोत्सव शुरू

इस महोत्सव में लगभग 300 आदिवासी कलाकार अपनी कालातीत कृतियों और अनूठे शिल्प को भी लोगों के सामने प्रदर्शित कर रहे हैं. थिएटर, कला, कौशल और संगीत सबकुछ एक ही मंच और एक ही परिसर में मौजूद हैं और प्रवेश द्वार से एंट्री लेते ही आप कला की इस अनूठी दुनिया में रंग जाते हैं, साथ ही यह देखकर आश्चर्य होता है कि सदियों पहले जब मानव जीवन जंगल आधारित था तो भी उसके हाथ कितने कुशल थे. 

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राष्ट्र नाट्य विद्यालय में आदि रंग महोत्सव की शुरुआत, मंच पर झारखंड के आदिवासी समाज का लोकनृत्य
राष्ट्र नाट्य विद्यालय में आदि रंग महोत्सव की शुरुआत, मंच पर झारखंड के आदिवासी समाज का लोकनृत्य

राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) इस वक्त आदिवासी-जनजाति संस्कृति का संगम स्थल बना हुआ है. इसके परिसर में 13 राज्यों में निवास करने वाले और भारत की जल-जंगल-जमीन वाली पारंपरिक थाती को जिंदा रखने वाले संस्कृति के कर्णधारों का महाजुटान हो रहा है.  

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तीन दिन के इस महोत्सव की शुरुआत 21 मार्च यानी शुक्रवार शाम से हो गई है, जो कि रविवार 23 मार्च तक जारी रहेगा. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के डायरेक्टर चितरंजन त्रिपाठी ने इस बारे में बताया कि इस आयोजन को 'आदि रंग महोत्सव' नाम दिया गया है. शुक्रवार को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की वीर गाथा को सामने रखते हुए एक थिएटर प्रस्तुति भी दी गई. इसके जरिए झारखंड के महान आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जीवन का संघर्ष प्रस्तुत किया गया. 

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थिएटर-कला-कौशल और संगीत का महोत्सव
इस महोत्सव में लगभग 300 आदिवासी कलाकार अपनी कालातीत कृतियों और अनूठे शिल्प को भी लोगों के सामने प्रदर्शित कर रहे हैं. थिएटर, कला, कौशल और संगीत सबकुछ एक ही मंच और एक ही परिसर में मौजूद हैं और प्रवेश द्वार से एंट्री लेते ही आप कला की इस अनूठी दुनिया में रंग जाते हैं, साथ ही यह देखकर आश्चर्य होता है कि सदियों पहले जब मानव जीवन जंगल आधारित था तो भी उसके हाथ कितने कुशल थे. 

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पेड़ के नीचे रखे पुरानी टोटम मूर्तियां, मिट्टी की जानवरों की रेप्लिका और हर कला का प्रकृति से जुड़ाव. यह सबकुछ बेहद सुकून देने वाला है. इस अद्वितीय शिल्प कौशल के साथ 15 नृत्य और संगीत प्रदर्शन को देखना भी सुखद है. इस फेस्टिवल में प्रवेश बिल्कुल निशुल्क है, जहां आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ आदिवासी कला का सुंदर प्रदर्शन देख सकते हैं.

'बीर बिरसा' नाटक में दिखा महानायक का संघर्ष
महोत्सव में झारखंड के महान नायक बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने वाली एक शानदार नाट्य प्रस्तुति 'बिर बिरसा' का मंचन हुआ. 'बिर बिरसा' नाटक, का निर्देशन जीतराय हंसदा ने किया, इसे माइदीज़ आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ ट्राइब, जटाझोपड़ी, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड की ओर से पेश किया गया.  संथाल जनजाति के 18 प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ यह प्रस्तुति बिरसा मुंडा के जीवन और उनके वीरतापूर्ण संघर्ष को खूबसूरती से दर्शाती है, जिन्होंने 19वीं सदी के अंत में जनजातीय समुदायों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी.

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आदिवासी शिल्प मोह रहा मन
आदि रंग महोत्सव की सबसे खास बात यह है कि यहां पर भारत के 11 राज्यों से लाई गई आदिवासी कला और शिल्प के शानदार संग्रहों का प्रदर्शन है. दर्शक असम के हाथ से बुने कपड़े और हस्तशिल्प, आंध्र प्रदेश के चमड़े से बनी पुतली कला और क्रोशे लेस, बिहार की मधुबनी चित्रकला, छत्तीसगढ़ का तुम्बा शिल्प, गुजरात का पैचवर्क, मिश्र धातुओं सुरीली आवाज वाली घंटिया और बीड वर्क, महाराष्ट्र का तार शिल्प, मध्यप्रदेश के पारंपरिक हर्बल तुलसी उत्पाद, राजस्थान के चमड़े के जूते, तेलंगाना की एकत साड़ी, उत्तर प्रदेश के सींग और हड्डी के शिल्प और पश्चिम बंगाल के पारंपरिक बंगाल बुटीक और गहने, कुम्हार की गुड़िया और संथाल पारंपरिक और रीतिरिवाज की वस्तुएं इस महोत्सव में देख सकते हैं.

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गुजरात के इस वाद्ययंत्र ने तो मोह लिया मन
गुजरात के शिल्प स्टॉल में एक खास वाद्ययंत्र लोगों को अपनी ओर खासतौर पर आकर्षित कर रहा है. इसमें लकड़ी के एकल पाटे पर सात कटोरे नुमा घंटियां लगी हैं. हर एक कोटर आकार में बड़े हैं और बढ़ते हुए क्रम में लगे हैं. लकड़ी की दो स्टिक से इन कटोरों पर चोट करने से ध्वनि पैदा होती है और संगीत के सातों सुर निकलते हैं. छोटे से बड़े क्रम में बजाने पर ये कटोरे सा, रे, ग, म, प, ध और नि की ध्वनि प्रकट करते हैं और इसके अलावा ये गाने की धुन भी निकाल सकते हैं. इस वाद्ययंत्र का नाद बहुत कोमल और सुकून देने वाला है. लोग स्टॉल पर आकर इसे जरूर देख रहे हैं और इस पर धुन निकालने की कोशिश भी कर रहे हैं. 

आदि रंग महोत्सव के कल्चरल प्रोग्राम या थिएटर का आनंद दोपहर बाद 3:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक लिया जा सकता है. यहां लगे प्रदर्शनी स्टॉल से आप खरीदारी भी कर सकते हैं. 

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