इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी तक के 17 घंटे तक का सफर काफी चुनौतियों से भरा हुआ था. लेकिन जैसे ही स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया तो उसका तापमान 1900 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया. यह वह समय था जब सात मिनट के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया.